रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल/

फिरोजाबाद/
गर्ल्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन उत्तर प्रदेश मगरिब द्वारा 5 अक्टूबर 2025 से 12 अक्टूबर 2025 तक चलाई जाएगी इस मुहिम के मकसद पर प्रकाश डालते हुए आरिफा खातून ने बताया जिसमें समाज में बढ़ती गैर इस्लामी रस्म ओ रिवाज को दूर करना है जो शादी विवाह मौत मरासिम और दीगर मौकों पर दीन की असल तालिबान को पीछे धकेल रही है सादा निकाह और बलिमा
शादी को आज दिखावे का मंच बना दिया गया है दहेज के बोझ तले बेटियां कुचली जा रही है फिजूल खर्ची से परिवार टूट रहे हैं और संगीत ब नाच से दिलों की पाकीजगी मिट रही है। इस्लामी शिक्षाएं कहती है कि निकाह को आसान बनाया जाए वलिमा को शुक्राने के रूप में रखा जाए नई जिंदगी की शुरुआत अल्लाह के जिक्र से हो सादगी में जो सुकून है वह दुनिया की तमाम चमक धमक से बेहतर है जैसा की नवी ने फरमाया, निकाह को आसान और बरकत वाला बनाया जाए इससे न केवल खर्च घटेगा बाकी नए जोड़ों के लिए जिंदगी की शुरुआत भी आसान होगी।
मुहिम की खास बातें
मस्जिद और तालिमी इदारों मै जागरूकता प्रोग्राम, मोहल्लों में रस्म ओ रिवाज बहिष्कार कमेटी की तशकील, इस्लामी शादी को आसान और सादा बनाने पर जोर।, मौत मरासिम की गैर इस्लामी रस्मों से परहेज, उलमा,तलवा और तंजिमी , कारकुनों कि रहनुमाई से अवाम तक पैगाम की पहुंच
जीआई ओ ,का मानना है अगर मुसलमान इन रस्मों से बचें तो समाज में सादगी बरकत और इस्लामी पहचान मजबूत होगी और फिजूल खर्ची पर रोक लगेगी
प्रेस वार्ता के दौरान जे आई एच यूपी वेस्ट वूमेन विंग्स की सचिव आरिफा खातून, जी आई ओ की शहर अध्यक्ष मुस्कान सिंह इजाहार, तहसीन सगीर,काशिफा नूर,तफसीर जहां चांदवी, शिकेबा नूर, साइना इजहार, सगीर खान एडवोकेट मौजूद रहे।