मनरेगा योजना बनी मजाक, यहां मजदूरों की जगह मशीन से हो रहा का काम मर जा रहा मजदूरों का हक
महसी खंड विकास अधिकारी आप का ध्यान किधर है मनरेगा घोटाला करने वाला चकैया ग्राम पंचायत इधर है
ईस्ट इंडिया टाइम्स/ ब्यूरो चीफ मेराज अहमद
बहराइच. रोजगार की तलाश में अपने वतन को छोड़ परदेश में कमाने के लिये गांव से पलायन करने वाले ग्रामीणों की फौज को रोकने के साथ ही उनको घर में ही रोजगार मुहैया कराने की मंसा से चलाई गई केंद्र सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजना, मनरेगा योजना भी ग्रामीणों के पलायन को नहीं रोक पा रही है। जिसका सबसे बड़ा मूल कारण है कि आज के हाईटेक जमाने में इंसानों के बजाय मशीनों का उपयोग कर तमाम जिम्मेदार सरकार की मंसा पर पानी फेरने का काम करते साफ नजर आ रहे हैं। जिसका जीता जागता प्रमाण।बहराइच जिले के विकास खंड महसी अंतर्गत ग्राम पंचायत चकैया गांव की ये तस्वीर व्यवस्था की हकीकत को स्वयं बयां करने के लिये खुद ब खुद काफी है।गांव के ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की सबसे बड़ी मंसा है ।लेकिन रोजगार उपलब्ध कराने वाले जिम्मेदार ही मनरेगा जैसी योजना का काम मजदूरों के बजाय ट्रैक्टर जैसी हाईटेक मशीनों से करायेगें तो ग्रामिणों के पलायन पर रोकथाम और सरकार का अभीष्ट सपना कैसे पूरा होगा

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