ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान


कायमगंज/फर्रुखाबाद
शिवरई मठ गांव स्थित खान बहादुर बाबा सैय्यद की प्राचीन मजार को लेकर चले आ रहे विवाद ने मंगलवार को फिर तूल पकड़ लिया। पुलिस की ओर से दोनों पक्षों के कुल 44 नामजद और करीब 100 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज करने के बाद अगले ही दिन बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष और महिला शिवरईमठ गांव के मोड़ स्थित तिराहे के पास एकत्र होकर विरोध दर्ज कराने लगे। ग्रामीणों की नाराज़गी का कारण गांव के प्रधान पति को पुलिस की निगरानी में लेना था। उनका कहना था कि प्रधान पति के खिलाफ कार्रवाई गलत है सूचना पर एसडीएम अतुल कुमार, तहसीलदार विक्रम सिंह चाहर, सीओ राजेश कुमार द्विवेदी, इंस्पेक्टर अनुराग मिश्रा समेत कोतवाली के अलावा कंपिल, शमसाबाद, मेरापुर और सर्किल का भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। ग्रामीणों और इंस्पेक्टर के बीच लंबी वार्ता हुई। पुलिस का तर्क था कि प्रधान पति को केवल पूछताछ के लिए बुलाया गया है। समाचार लिखे जाने तक वार्ता जारी थी। उनकी मांग थी प्रधान पति सुनील चक को छोड़ा जाए।
गौरतलब है कि 1 अगस्त को ग्रामीण खड़क सिंह द्वारा मजार पर लगी टाइल्स और ग्रिल क्षतिग्रस्त करने की घटना के बाद से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। 7 अगस्त को यह विवाद उस समय और बढ़ गया था, जब एक पक्ष के लोग मजार को शिव मंदिर बताते हुए नारेबाजी करते हुए पहुंचे और धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगा। वही दूसरे पक्ष ने नारेबाजी की।पुलिस ने दोनों पक्षों पर बीएनएस की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी और क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और शांति बनाए रखने की अपील की गई थी।