ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान


कायमगंज/फर्रुखाबाद
नगर से सटे कई गांवों में बाढ़ का पानी तेजी से फैलने लगा है, जिससे हालात गंभीर होते जा रहे हैं। टिलियाँ स्थित कुंडा शवदाहगृह और प्राचीन सोनसरवा मंदिर पानी से घिर गए हैं, वहीं खेतों में खड़ी गन्ना, धान और अन्य फसलें डूबकर बर्बाद हो रही हैं। इससे ग्रामीणों में चिंता बढ़ गई है।
नगर से सटे गांव आखूनपुर, अजीजपुर, नसरुल्लापुर, भैसार, सिनौली, सूखानगला और औजननाला तक बाढ़ का पानी लगातार तेजी से फैल रहा है। टिलियाँ स्थित कुंडा शवदाहगृह और प्राचीन सोनसरवा मंदिर भी बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं। कुंडा शवदाहगृह के डूबने से अंतिम संस्कार में बड़ी परेशानी हो रही है। मजबूरी में लोग ऊंचे स्थानों पर जाकर चिता जलाने को विवश हैं। बाढ़ के पानी ने किसानों की मेहनत पर भी पानी फेर दिया है। गन्ना, धान, बाजरा, करडी, शकरकंद और घुइयां जैसी फसलें पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं। पानी भर जाने से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है, जिससे मोबाइल फोन ठप हो गए हैं। ऐसे में सोलर पैनलों की मांग अचानक बढ़ गई है और लोग इन्हीं के सहारे काम चला रहे हैं। हालात से जूझते ग्रामीणों ने घरों की छतों पर टिकासरा लगाकर अस्थायी रसोई बना ली है। वहीं, भूसा, तंबाकू और अन्य जरूरी सामान को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है ताकि पानी से खराब न हो। मवेशियों को भी गांव से बाहर सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है।