ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सुधीर सिंह

संकिसा/ फर्रूखाबाद/
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने पर्यटन विभाग द्वारा संकिसा के बौद्ध मठों के कायाकल्प कराए जाने के मामले में अपनी सहमति दे दी है।डीएम ने आज दोपहर एनआईसी में अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य, उप जिलाधिकारी सदर रजनीकांत, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी दीप्ति वत्स एवं संकिसा के प्रमुख बुद्ध विहारों के संचालकों के साथ बैठक की। इस बैठक में विधायक सुशील शाक्य, भाजपा नेता संदीप शाक्य व उनके निजी सचिव रोहित कुशवाहा, भिक्षु सुमन रतन श्रीलंका बुद्धिस्ट बिहार, यश नंदा म्यांमार बुद्धिस्ट पगोड़ा, दिनेश शुक्ला जापान बुद्धिस्ट टेंपल, कर्मवीर शाक्य धम्मालोको बुद्ध विहार संकिसा, चेतसिक बोधि महाबोधि पुस्तकालय एवं महासमता बुद्ध विहार, ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी आनंद भान शाक्य, वरिष्ठ ट्रस्टी आर डी बौद्ध एवं सीनियर ट्रस्टी नागेंद्र शाक्य मौजूद थे। जबकि भिक्षु सुमन रतन एवं यश नंदा अधिवक्ता प्रभु दयाल के साथ पहुंचे। एसडीएम सदर रजनीकांत ने बौद्ध मठ संचालकों को अवगत कराया कि पर्यटन विभाग ने बुद्ध विहारों के सुंदरीकरण के लिए ₹9 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। इस धनराशि से सभी बुद्ध विहार में सोलर लाइट्स, फ्लड लाइट्स, सीसीवेब कैमरे, सीमेंट पावर पॉइंट, पेंटिंग व स्कल्पर का कार्य, टॉयलेट ब्लॉक, आरो ड्रिंकिंग वॉटर व डस्टबिनों की सुविधा प्रदान की जाएगी। डीएम ने सभी बौद्ध मठ संचालकों से अलग-अलग सुविधाओं की जानकारी लेकर लिखित रूप से देने को कहा है। धम्मालोको बुद्ध विहार समिति के अध्यक्ष कर्मवीर शाक्य ने कहा कि उन्हें उक्त सभी सुविधाओं की आवश्यकता है इसके अलावा बौद्ध बिहार के हाल में डबल स्टोरी एवं बुद्ध विहार के आगे टीन सेड डलवाना चाहते हैं। भिक्षु चैतसिक बोधि ने डीएम को 8 सूत्रीय मांग पत्र देकर सुविधा प्रदान कराए जाने की मांग की। उन्होंने डीएम को अवगत कराया कि विगत बरसात में बुद्ध विहार की पूर्वी बाउंड्री वॉल पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है जिसमें जंगली जानवर के आने का खतरा बढ़ गया है सारे भिक्षुगण बाहर सोते हैं। शौचालय-स्नानागार महिला व पुरुष, सौंदर्यीकरण व बाउंड्री वाल का ऊंचा होना, समस्त परिसर में इंटरलॉकिंग ईंटें बिछाने तथा पेयजल हेतु टैंक, मुख्य दरवाजे के बाहर मेनरोड तक इंटरलॉकिंग, उत्तर दिशा में भोजनालय के लिए टीनशेड, पूर्वी साइड में धम्मा हाल व भिक्षुगणों के निवास हेतु कमरों के निर्माण की आवश्यकता है। भिक्षु यश नंदा एवं सुमित रतन ने आरो प्लांट व बाउंड्री पर लाइटिंग व डस्टबिन लगवाने को कहा। प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक पर्यटन मुकेश मेश्राम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े उन्होंने बताया कि हम चाहते हैं कि संकिसा के बौद्ध मठों का सक्रियता से विकास हो, सभी बौद्ध मठों को सुविधा दे सकें, जिससे देश-विदेश से आने वाले सैलानी बौद्ध मठों में ठहरकर सुविधाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम किसी भी मठ की जमीन नहीं लेंगे और ना ही ओनरशिप लेंगे, हम सुविधाओं के लिए होने वाले निर्माण कार्य के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र चाहते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के सुझाव पर गेस्ट रूम, डाइनिंग हॉल, वृक्षारोपण, लाइट, तथा शौचालय भी बहुत जरूरी है। आप लोगों को 90 साल तक सुविधाओं की देखभाल करनी है। प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रदेश में करीब 2000 मठ मंदिर आदि धार्मिक स्थान को सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने जिलाधिकारी एवं क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को सुझाव दिया कि जरूरत पड़ने पर एस्टीमेट एवं डिजाइन में परिवर्तन कर सकते हैं बचने वाली धनराशि को दूसरे बौद्ध विहार के विकास कार्य में लगाया जा सकता है। जिलाधिकारी के साथ ही विधायक सुशील शाक्य ने प्रमुख सचिव को बताया कि सभी बौद्ध मठ संचालक इस योजना में सहयोग कर रहे हैं। जिला अधिकारी ने मठ संचालकों से कहा कि वह सुविधाओं के संबंध में बता दें आने वाले समय में पर्यटन विभाग की टीम बुद्ध विहार में जाएगी। विधायक सुशील शाक्य ने पर्यटन विभाग के कार्यों की जानकारी न मिलने की बात जिलाधिकारी से की। इस पर डीएम ने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी से नाराजगी जाहिर की।

By jamal

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