मिनी महाकुंभमेला रामनगरिया फर्रुखाबाद का हुआ शुभारंभ।
21हजार दीपो से जगमगाया रामनगरिया मेला: ठंड व कोहरे पर भारी आस्था…श्रद्धालुओं ने किया स्नान
ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट संजीव कुमार सक्सेना
फर्रूखाबाद
जिले के पांचालघाट गंगा तट पर सोमवार को पौष पूर्णिमा पर पुण्य की डुबकी, यज्ञ की आहुति व मां गंगे के जयघोषों के साथ श्रद्धा की धारा बह निकली। जिलाधिकारी ने गुब्बारे उड़ाकर व यज्ञ में आहुतियां डालकर मेले का शुभारंभ किया। शाम को गंगा तट पर जलाए गए 21 हजार दीपों की चमक और 5100 दीपों का बहती धारा में हुए दीपदान से गंगा मइया की बिखरी छटा देखते ही बनी।
मेला रामनगरिया का जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव, सांसद मुकेश राजपूत, विधायक नागेंद्र सिंह राठौर, सुशील शाक्य, एमएलसी प्रांशुदत्त द्विवेदी, महंत ईश्वर दास ब्रह्मचारी, जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह, एसपी आलोक प्रियदर्शी, सीडीओ अरविंद कुमार मिश्र, एडीएम सुभाष चंद्र प्रजापति, एसडीएम सदर रजनीकांत पांडेय ने मुख्य द्वार का फीता काटकर व गुब्बारे उड़ाकर उद्घाटन किया।
अपरा काशी मिनी कुंभ 2025 लिखकर सजाई रंगोली
इसके बाद प्रशासनिक पंडाल में जाकर यज्ञ में शामिल हुए। आचार्य शिव कुमार शास्त्री ने मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ कराया। शाम को गंगा तट पर बनारस से आए पांच आचार्यों ने आचार्य डॉ. प्रदीप नारायण शुक्ल के नेतृत्व में बनारस की तर्ज पर आरती की। 21 हजार मिट्टी के दीपों से अपरा काशी मिनी कुंभ 2025 लिखकर रंगोली सजाई गई
शंख ध्वनि के साथ जयकारे गूंजते रहे
मेला कार्यालय गेट पर बनी रंगोली छटा बिखेर रही थी। दुर्वासा ऋषि आश्रम के महंत ईश्वर दास ब्रह्मचारी, डीएम, सीडीओ, सांसद, विधायक व अधिकारियों ने हवन में आहुति डाली। गंगा आरती के बाद मां गंगा में दीपदान किया गया। गंगा की लहरों पर बहते दीपक अनोखी छटा बिखेरते रहे। दीयों की रोशनी से गंगा मैया का आंचल जगमगा उठा
आस्था, भक्ति, विश्वास की बही धारा
पौष पूर्णिमा पर पुण्य की डुबकी के साथ साधु-संतों व भक्तों ने जब दान-पुण्य का सिलसिला शुरू किया, तो आस्था, भक्ति और विश्वास की त्रिवेणी बह निकली। हर कोई पुण्य की डुबकी लगाने के लिए आतुर था। 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पुण्य कमाया। जनपद हरदोई, शाहजहांपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, इटावा, एटा ,मैनपुरी, कन्नौज बरेली, भिंड आदि कई जिलों के श्रद्धालु भोर में ही स्नान के लिए गंगा तट पर पहुंच गए।
एक ओर गंगा स्नान तो दूसरी ओर दानपुण्य की धारा बहती रही। कोई अन्न तो कोई वस्त्र दान कर रहा था। तो कहीं कन्याभोज चलता रहा। बरगदिया घाट के महंत विष्णु दास जी महाराज ने ठाकुर जी महाराज को गंगा तट पर मंदिर बनाकर बड़ी धूमधाम से विराजमान किया। इसके बाद प्रसाद वितरण किया। श्री पंचदसनाम अग्नि अखाड़ा क्षेत्र में सांसद मुकेश राजपूत, एडीएम सुभाष चंद्र प्रजापति, मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित ने गौरी गणेश पूजन व व्यास पूजन किया। शिवस्वरूप बच्चा स्वामी ने सभी डंडी संतों का स्वागत किया। देवानंद सरस्वती, ओमदेव आश्रम, भगवताचार्य रमेश चंद्र पांडेय मौजूद रहे। आदर्श क्षेत्र में स्वामी सत्यस्वरूप ब्रह्मचारी ने हवन पूजन कर श्रीराम कथा का शुभारंभ किया।
निमंत्रण कार्ड में नहीं लिखा संत समितियों का नाम, बहिष्कार
मेला रामनगरिया उद्घाटन का निमंत्रण कार्ड जूना अखाड़ा में पहुंचा। कार्ड में संतों का नाम न देख संत भड़क गए। उन्होंने उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया। जूना अखाड़ा संत समिति के अध्यक्ष सत्य गिरी महाराज ने संतों की बैठक कर कहा कि निमंत्रण कार्ड में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के नाम व फोटो छपे हैं, जबकि किसी संत का नाम भी नहीं लिखा।
गंगा आरती व दीपदान किया
संतों ने अपना अलग से गंगा पूजन आरती करने का निर्णय लिया। इस दौरान स्वामी धर्म चैतन्य, आह्वान अखाड़ा के संत रामानंद गिरी, इच्छाराम आश्रम, थानेश्वर आश्रम, श्यामा आश्रम, गोपी आश्रम, सुखदेवा आश्रम, बिपिनपुरी, श्यामपुरी, सरवन गिरी, डंडी संप्रदाय संत समिति के अध्यक्ष विष्णु आश्रम आदि ने 6वीं सीढ़ी पर पूजा अर्चना की। इसके बाद गंगा आरती व दीपदान किया।
श्रृंगीरामपुर व भोजपुर गंगा तट पर हर-हर गंगे की गूंज रही। सुबह से ही स्नान शुरू हो गया। श्रृंगीरामपुर में गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने श्रृंगीऋषि मंदिर में दर्शन-पूजन किया। मैनपुरी, इटावा, कन्नौज के छिबरामऊ, सौरिख, तालग्राम से बड़ी संख्या में स्नानार्थी पहुंचे। दोपहर तक स्नान चला।
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