ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल



फिरोजाबाद । जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में किया गया। जिसमें, मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम बदन राम के साथ-साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष पांडे, जिला विद्यालय निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी और समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
सर्व प्रथम टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जनपद में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए इस क्षेत्र में काम न करने पर जिलाधिकारी ने टूंडला प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को फटकार लगाई।
जिलाधिकारी ने कहा कि टीबी मुक्त अभियान हेतु 3 माह की समय अवधि और बढ़ा दी गई है। इसलिए, आप सब इन शेष दिनों में अपने यहां का डाटा निकाल कर कार्यक्रम को ओर बेहतर बनाएं। जिससे, 2025 तक टीबी मुक्त अभियान को सफल बनाया जा सके।
जिलाधिकारी ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी शिकोहाबाद, सिरसागंज व जसराना से टीबी उपचार के संबंध में प्रक्रियाओं की जानकारी चाही, परंतु प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि, जानकारी का अभाव समस्याओं को बढ़ावा देता है, न की समस्याओं का समाधान करता है। इसलिए, सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी टी0बी0 मेकैनिज्म की संपूर्ण प्रक्रिया को समझें और इसके अनुसार दूर करने का प्रयास करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि, जो भी ट्रांसपोर्टर सैंपल सर्वे के कार्य में लगे हुए हैं, उनको संपूर्ण जानकारी से युक्त करें, जिससे सैंपल कार्य में त्रुटि न होने पाए। इसी तरह राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के अंतर्गत अधिक से अधिक स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने का कार्य किया जाता है, यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो, सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में गुणवत्ता और सेवा मानकों को बेहतर बनाता है, इसमें उपलब्ध सेवाएं मरीजों के अधिकार, इनपुट सपोर्ट सर्विसेज, क्लिनिकल सर्विसेज, इनफेक्शन कंट्रोल गुणवत्ता प्रबंधन जैसे पैरामीटर्स शामिल है,
जिलाधिकारी ने कहा कि, इन पैरामीटर पर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो इस बात को सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सुनिश्चित कर लें।
आयुष्मान कार्ड की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि, आयुष्मान कार्ड का लाभ दिलाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों को इसमें सम्बद्ध करें, जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि अभी तक केवल 12 प्राइवेट अस्पताल इसमें सम्बद्ध है।
जिलाधिकारी ने कहा कि, यह संख्या 22 तक न पहुंच पाए, तब तक डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर आयुष्मान का वेतन न निकाला जाए, साथ ही जिलाधिकारी को अवगत कराया गया की 70 वर्ष से अधिक आयु के 17439 लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। इस महत्वपूर्ण बैठक में दीदामई के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी और एका प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने एक दिन का वेतन काटे जाने के निर्देश दिए। इसी तरह नेशनल अर्बन हेल्थ मिशन एन0 एच0 यू0 एम0 की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी को अवगत कराया गया की, सबसे अधिक ओ0पी0डी0 करने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में हुमायूंपुर, रुकनपुरा, नगलावरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। जबकि, सबसे कम ओपीडी करने वालों में दतौजी कला, नई आबादी रहना, संत नगर और नगला किला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि मैनपावर की कमी की वजह से ओपीडी नहीं हो पा रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि एजेंसी का चयन कर तत्काल मैनपॉवर उपलब्ध कराई जा, ई- संजीवनी की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अरांव ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को बेहतर कार्य करने के लिए प्रशंसा पत्र देने की बात कही तथा अरांव के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को भी सम्मानित करने की बात कही। इसी तरह इस क्षेत्र में आरोग्य आयुष्मान मंदिर में डाहिनी में कार्यरत प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सुभांगी शर्मा को कार्य में शिथिलता और लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी ने 15 दिन का नोटिस देकर टर्मिनेट करने का आदेश दिया साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि, ई संजीवनी योजना में बॉटम 10 प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को जो इस क्षेत्र में लापरवाही बरत रहे हैं, उनका वेतन अग्रिम आदेश तक रोका जाए, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समिति वी0एच0एस0एन0सी0में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एका और टूंडला द्वारा कम खर्च किए जाने पर नोटिस जारी करने का आदेश दिया। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि इन ग्राम प्रधानों को नोटिस जारी किया जाए जो इस क्षेत्र में कार्य नहीं कर रहे हैं, अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर कार्यों को तय करें, जो कार्य नहीं कर रहे हैं, उसका संपूर्ण विवरण के उपलब्ध कराए।