ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ दीक्षित

फर्रूखाबाद/राम मनोहर लोहिया अस्पताल में घोर लापरवाही दोपहर 12 तक ओपीडी में डॉक्टर की कुर्सी खाली पड़ी रहती है डॉक्टरों की मनमानी से परेशान जानता को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है एक तरफ। बेतहाशा गर्मी ऊपर तिलमिलाती दोपहरी की मार से आहत है
तिलमिलाती दोपहरी में मेरीज़ निजी अस्पताल में इलाज के लिए जाने को मजबूर हो जाते हैं।ज़िला अस्पताल के डॉक्टर जानबूझ कर मरीजों को देर से आने के पर प्रताड़ित करते हैं मरीज़ थक हार कर निजी अस्पताल में उपचार के लिए जाने को मजबूर हो जाते हैं।
महिला अस्पताल का हाल भी कुछ कम नहीं है यहां उससे ज़्यादा लापरवाही के दल दल। में आमजनता फसी हुई है।दोपहर हो गई और डॉक्टर आईपीडी में उपस्थित नहीं है। एक्सरे कछ का हाल बद से बत्तर हो चुका है। रेडियोलॉजिस्ट अल्ट्रासाउंड करने के लिए 12: तक अपने केबिन में उपस्थित नहीं हुए।
मरीजों द्वारा बताया गया सुबह 8:00 से बैठे हैं दोपहर बो चुकी है डॉक्टर साहब 12: बजे तक ओपीडी में नहीं पहुंचे है ।मरीजों को जांच के लिए ज़िला अस्पताल भेजा जाता लेकिन जनपद के बड़े अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने पहुंचे मरीजों को मायूसी मिलती है रेडियोलोजिस्ट अपने कछ में उपस्थित नहीं हुए और मरीज़ वापस लौटने को मजबूर हो जाते हैं या निजी अस्पताल में जांच के लिए। भागना पड़ाता है।पूंछ रही जनता
कब सुधरेगी योगी जी की स्वास्थ विभाग की व्यवस्था?