ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान कायमगंज/

फर्रुखाबाद नरैरा बांघ से 2 लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया। जिसके चलते गंगा किनारे बसे गांवो में पानी भर गया। जिससे ग्रामीण परेशान है।क्षेत्र के गाँव कारव, सिंघन पुर, रामसिंह का नगला, ठाकुर नगला, देहा माफ़ी पुंथर, धीमर नगला, रैपुरा, मिसतनी, बिहारी पुर, शेखपुर, शाहपुर, गंगपुर, कैरई, हमीरपुर मजरा जात,गढ़ी, हिमायूं नगला,पथरा मई, टपुआ चौड़ेरा, पलितपुरा,गाँवो मे बाढ़ का पानी घुस गया है। ग्रामीण जैसे तैसे जुगाड़ कर दो वक्त की रोटी बना पा रहे है। बाढ़ से ग्रामीणों की हजारों बीघा खेती जलमग्न हो चुकी है। जानवरो के लिए हरे चारे की दिक्कत हो रही है। गाँव इकलहरा से गंगपुर मार्ग पर 5 फुट तक पानी बह रहा है। इकलहरा गाँव मे हालत अत्यंत दयनीय है। कई दिनों से भरे पानी से दुर्गन्ध आ रही है। वही गली मे पानी भरने से आवागमन के लिए भी परेशानी हो रही है। ग्रामीण राहत सामग्री बटने का इंतजार कर रहे है। ग्रामीणों के घरो मे जरूरी सामान, माचिस, मोमबत्ती, तेल, साबुन, आटा, दाल भी खत्म हो चुकी है। जिससे ग्रामीण परेशान है। वही कंपिल व सिवारा फीडर से जुड़े करीब 20 गाँवो की बिजली बाढ़ के चलते बंद पड़ी है। जिससे ग्रामीणों को रात अँधेरे मे काटनी पड़ रही है। ग्रामीणों के मोबाइल बंद होने से ग्रामीणों का संपर्क दुनिया से टूट गया है। हलांकि इकलहरा, गंगपुर मार्ग को तत्काल सही करने के लिए एस डी एम रविंद्र कुमार ने पी डब्लू डी को निर्देश दिये है। सोमवार को पी डब्लू डी के कर्मचारियों न इकलहरा, गंगपुर मरम्मत कार्य के लिए निरिक्षण किया। मगर मार्ग पर जगह जगह जलभराव मरम्मत कार्य को चुनौती पेश करेगा। नायब तहसीलदार मनीष वर्मा ने बताया की पथरा मई, टपुआ चौड़ेरा, हमीरपुर मजरा जात आदि गाँवो का निरिक्षण कर ग्रामीणों से समस्याएं पूछ उनके लिए नाव की व्यवस्था कर दी गयी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *