ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट संजीव अग्निहोत्री।

फर्रूखाबाद/अमृतपुर/कस्बा तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी अरविंद शुक्ला ने की समाधान दिवस में एसडीएम अतुल कुमार सिंह अमृतपुर (सीओ) क्षेत्राधिकार अजय वर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने जन समस्याओं को सुना समाधान दिवस में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें अमृतपुर कस्बे में बनी ब्रिटिश कालीन पुरानी पुलिस चौकी का ज़िक्र किया गया।सन 1942 में ब्रिटिश कालीन में कलेक्टर मिस्टर हैरिस ने गंगा पार बीहड़ इलाके में पुलिस चौकी की स्थापना की थी। पुलिस चौकी में सरकारी भूमि पर हवालात, कार्यालय मंदिर एवं पुलिसकर्मियों के लिए आवास ,बगीचा कुआं आज भी मौजूद हैं। सन् 1990 में अमृतपुर कस्बे में थाने का निर्माण किया गया धीरे धीरे समय बड़तला गया और पुलिस चौकी विरानो में भटकने लगी वाक़्त बदलता गया और
सरकारी भूमि पर बनी ब्रिटिश कालीन पुलिस चौकी शासन और प्रशासन की नज़रों से कोसों दूर हो गई।
पुलिस चौकी परिसर में दबंगों ने अपना कब्ज़ा जमा लिया।पुलिस चौकी की जगह वहां पर अपराधियों शरण मिलने लगी आय दिन कोई न कोई अनहोनी के कारण वहां के लोगों ने शासन और प्रशासन से कई बार शिकायतें भी की उनकी शिकायतें बे असर रही। कस्बे के बाशिंदों ने प्रशासन से मांग की पुरनी ब्रिटिश कालीन समय पुलिस चौकी को दोबारा से स्थापित किया जाए।पुलिस प्रशासन
आलाधिकारियों ने कस्बे में जन चौपाल लगाकर पुलिस चौकी के निर्माण में सहयोग देने की बात रखी आमजनता ने पुलिस प्रशासन का भरपूर सहोग दिया ।
अमृतपुर में बनी पुलिस चौकी का एसपी आलोक प्रियदर्शी ने उद्घाटन कराकर पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। पुलिस चौकी की बाउंड्री के अंदर से भू माफियाओं ने अवैध दुकान व गेराज बना रखा है।अवैध कब्जा मुक्त करवाने के लिए प्रथना पत्र दिया गया।
थाने की स्थापना के बाद से पुलिस चौकी खाली हो गई यह पुलिस चौकी थाना अमृतपुर से 2 किलोमीटर दूर अमृतपुर कस्बे में है जिसमें श्री नारायण उर्फ कुन्नू व जगदीश नारायण उर्फ बुद्ध पुत्र रामशंकर सौरभ पुत्र जगदीश रामबाबू पुत्र रामसागर आदि लोगों ने पुलिस चौकी की बाउंड्री के अंदर अपना अवैध कब्जा करके दुकान गैरिज का निर्माण कर लिया है पुलिस चौकी को नजर अंदाज कर दिया गया।इस भूमि पर स्थानी दबंगों ने कब्जा करना शुरू कर दिया ग्रामीणों के प्रयास व सहयोग से इसकी खबर प्रशासन तक पहुंचाई गई राजस्व विभाग ने इस भूमि की कई बार पैमाईश की गई। जिला अधिकारी से लेकर एसपी क्षेत्र अधिकारी थाना अध्यक्ष, जिला अधिकारी तहसीलदार ने इस भूमि का कई बार निरीक्षण किया इसके उपरांत इस सरकारी भूमि पर चारों तरफ से बाउंड्री बाल बनाई गई जिसमे कार्यालय हवालात बनवाने में ग्रामीणों का पूर्ण सहयोग रहा परंतु अभी तक इस सरकारी भूमी पर काविज दबंगो के पके निर्माण को नहीं हटाया जा सका ग्रामीण वा स्थानीए निवासी चाहते हैं जिस भूमि पर पुलिस चौकी रही उस भूमि पर अवैध कब्जा हो गया जो उचित नहीं है जिसे तत्काल हटवाना चाहिए सरकारी आदेश के इंतजार में समस्त ग्रामीण है अब इस सरकारी भूमि से दबंगों को निष्कासित किया जाए uइसे कब्जा मुक्त किया जा सके 1 फरवरी 2025 में जन सहयोग से बनवाई गई पुलिस चौकी का उद्घाटन पुलिस उप महानरीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने किया।जिसका भूमाफियाओं के भय से उद्घाटन नहीं किया गया जनता ने प्रशासन से गुहार लगाई है पुलिस चौकी को पुनः संचालित किया जाए। भूमाफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए पुरानी पुलिस चौकी को जन सहयोग द्वारा बनवाया गया इसका उद्घाटन पुलिस कप्तान जनपद फर्रुखाबाद द्वारा करवा कर पुलिस फोर्स तैनात कराकर पुलिस चौकी की सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कर शासन द्वारा दिए गए नवीन आवास को कस्बा अमृतपुर की ब्रिटिश कालीन चौकी को नया रूप दिया जाए।

By jamal

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