ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। शुक्रवार को एक निजी बिजली कर्मचारी की मौत के बाद तिर्वा नगर में उपद्रव हो गया। परिजनों द्वारा पुलिस पर शव छीनने का आरोप लगाया गया। जिसके बाद स्थित अनियंत्रित हो गई।करीब तीन घंटे तक उपद्रवियों ने बबाल काटा। मुख्य सड़क तिर्वा कन्नौज मार्ग जाम करने के बाद पुलिस के सख्ती से पेश आने पर उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसमें पुलिस कर्मी, बिजलीकर्मी, मीडिया के लोगों के अलावा कुछ अन्य लोग भी चोटिल होने के अलावा कई गाड़ियों के शीशे तक टूट गए।
मौके पर पहुंचे जिले के डीएम आशुतोष मोहन अग्निहोत्री एसपी विनोद कुमार मौके पर पहुंचे। शरारती तत्वों पर कड़ी कार्यवाही की तैयारी शुरू कर दी गई है। बबाल के दौरान ठठिया, इंदरगढ़ सहित तिर्वा पुलिस और पीएसी बल भी मौजूद रहा। फिलहाल स्थित नियंत्रण में है।
बताते चलें कि, जिले के थाना ठठिया क्षेत्र के गांव मुगरा गांव निवासी 24 वर्षीय बृजेश राठौर जो बिजली विभाग में लाइनमैन था, करीब दो माह पूर्व से बर्खास्त था। जिसके बाद बृजेश निजी लाइनमैन के तौर पर कार्य कर रहा था।
शुक्रवार की दोपहर बृजेश ने बिजली कार्य के चलते शट डाउन लिया था और खंभे पर चढ़कर बिजली कार्य कर रहा था। इसी दौरान बिजली लाइन चालू हो जाने से बृजेश बिजली की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया। मामले की जानकारी पर परिजन और ग्रामीण बृजेश को लेकर उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां डाक्टरों ने बृजेश को मृत घोषित कर दिया।
बृजेश की मौत की खबर पर परिजनों में कोहराम मच गया। घटना से आक्रोशित परिजन विभाग पर अपना गुस्सा जताते हुए बृजेश की मौत का जिम्मेदार विभागीय कर्मियों की ठहराते हुए ग्रामीणों की भीड़ के साथ तिर्वा नगर स्थित बिजली उपकेंद्र पर पहुंचे।
यहां विभागीय अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करते हुए परिजनों और ग्रामीणों ने बृजेश के शव को उपकेंद्र के सामने मुख्य सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। मुख्य मार्ग जाम होने के चलते चंद समय में ही दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
मामले की जानकारी पर तिर्वा कोतवाली के अलावा थाना ठठिया और इंदरगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंची।
जाम लगाए परिजनों के मुताबिक पुलिस ने बृजेश के शव को सड़क से हटाने का प्रयास किया जिसके बाद हालात अनियंत्रित हो गए।
दोनों ओर से झड़प और हाथापाई के अलावा गुत्थम गुत्था होती नजर आने लगी।
इस बीच मौके पर मौजूद कुछ शरारती तत्वों ने मामले को हवा दे दी। जिसके बाद तो उपद्रव होता हुआ नजर आने लगा। जमकर पत्थरबाजी, छीना झपटी से लेकर, हाथों में चप्पल लिए महिलाएं, पुलिस से धक्का मुक्की, मौके पर मौजूद गाड़ियों के शीशे टूटने से लेकर कुछ पुलिस कर्मियों, आसपास से गुजर रहे लोगों के अलावा पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी भी बबाल की चपेट में आ गए। इस दौरान एक महिला पुलिसकर्मी पर तो प्रदर्शनकारी आक्रोशित महिलाओं ने अमानवीय हरकत तक कर डाली।
बबाल के दौरान पुलिसकर्मियों की वर्दी तक फाड़ने का प्रयास किया गया।
आखिर पुलिस को स्थित नियंत्रण में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।करीब तीन घंटे तक उपद्रव के हालत बने रहे। मामले की जानकारी पर डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे। पीएसी बल के अलावा पुलिस बल भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गया। सायं अनियंत्रित हालात को कंट्रोल किया जा सका।
उपरोक्त मामले में जिले के एसपी विनोद कुमार का कहना था, कि उपरोक्त मामले में शरारती तत्वों ने मामले को हवा देकर उग्र किया था। मामले की जांच शुरू करवा दी गई है,उपद्रवियों पर कठोर कार्यवाही की जा रही है। बवाल करने वालों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें खोजबीन में जुटी हुई हैं।
मृतक निजी लाइनमैन के शव को काफी समय बाद पोस्टमार्टम हेतु भेजा जा सका। वहीं परिजनों के करुण क्रंदन का सिलसिला जारी था।
बताते चलें कि मृतक बृजेश की एक साल पहले ही शादी कानपुर देहात जिले से हुई थी, बृजेश की मौत पर पत्नी रोशनी का हाल बेहाल था। वहीं पुलिस द्वारा मामले में उपद्रवियों की गिरफ्तारी को लेकर मुगरा सहित आसपास गांव में छापामारी के डर से कई लोग कार्यवाही के डर से गांव से पलायन तक कर चुके हैं। फिलहाल पुलिस कार्यवाही को लेकर मुगरा गांव में सन्नाटे का आलम नजर आ रहा था।

By jamal

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