ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार


कन्नौज। जिले के उदैतापुर गाँव में कोबरा के डसने से 14 वर्षीय बालक करण की जान खतरे में पड़ गई, लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों की त्वरित सतर्कता और अथक प्रयास से उसकी जिंदगी बचा ली गई। डॉक्टरों ने लगातार 76 एंटी-वेनम इंजेक्शन लगाकर बालक को मौत के मुंह से बाहर निकालने में सफलता हासिल की।
जानकारी के अनुसार, करण रोज़ की तरह काम में व्यस्त था तभी अचानक कोबरा ने उसे डस लिया। परिजनों ने घबराहट के बावजूद समझदारी दिखाते हुए उसे तत्काल जिला अस्पताल पहुँचाया। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. हरि माधव यादव की टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया और लगातार इंजेक्शन देकर स्थिति को काबू में किया।
काफी संघर्ष और लंबे इलाज के बाद करण की हालत सुधरी। उसकी जान बचने की खबर फैलते ही क्षेत्र में राहत की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने इसे चमत्कार जैसा बताया और डॉक्टरों की सराहना की।
घटना की जानकारी मिलते ही समाजसेवी व पूर्व जिला पंचायत सदस्य विनय दुबे और कुलदीप यादव अस्पताल पहुँचे और डॉ. हरि माधव यादव व उनकी टीम को फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने डॉक्टरों की कर्तव्यनिष्ठा को पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
करण के परिजनों ने डॉक्टरों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बेटे को दूसरा जन्म मिला है। यदि समय पर इलाज न मिलता तो उनकी दुनिया उजड़ जाती। यह घटना न केवल डॉक्टरों की मेहनत और चिकित्सा संसाधनों की महत्ता को दर्शाती है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि समय पर इलाज से सबसे बड़ी विपत्ति को भी टाला जा सकता है।


