ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट के के


फर्रुखाबाद-
फर्रुखाबाद के लोटस हॉस्पिटल में हर्षिता उम्र 26 पत्नी गोविंद मोहल्ला पटखना जलालाबाद जिला कन्नौज के परिजनों ने बताया कि वह रविवार की शाम 4:00 बजे हर्षिता को भर्ती कराया था।नॉर्मल डिलीवरी की बात करके बाद में ऑपरेशन की स्थिति बना दी जर्बदस्ती ब्लड और जांच का बोझ उनके ऊपर डाल दिया लगातार पैसा जमा कराते रहे सुबह 6:00 बजे हर्षिता की हालत बिगड़ी जब परिजनों ने वहां के स्टाफ को जानकारी दी तो उन्होंने कहा डॉक्टर साहब को बता दीजिए जब डॉक्टर को जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा मुझे डिस्टर्ब मत कीजिए मैं रात का जगा हूं बाद में देख लूंगा उसके बाद स्टाफ द्वारा जो इंजेक्शन लिखा था वह लगाया गया जिससे हर्षिता की मौत हो गई जब परिजनों ने कारण पूछा तो सारा स्टाफ और वहां पर कार्यरत डॉक्टर सभी हॉस्पिटल को छोड़कर गायब हो गए कई घंटो तक परिजन इधर-उधर भटकते रहे। उसको देखने कोई भी हॉस्पिटल का जिम्मेदार व स्टॉप नहीं आया इसकी जानकारी जब प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई तो दबाव बनाया गया समझौता कर लो वर्तमान में थाना कादरी गेट के इंचार्ज चंद्रिका प्रसाद व चौकी इंचार्ज के सामने भी परिजनों ने सैकड़ो की संख्या में एकत्रित होकर हंगामा काटा और उन्होंने एक ही शब्द कहा या तो हमारा इंसान लौटा दो या फिर जो कानूनी कार्रवाई है वह इन पर की जाए जिससे आने वाले मरीजो के सामने यह परेशानियों का सामना न करना पड़े उसके बाद समझाने पर परिजन मान गए हर्षिता का पोस्टमार्टम भी कराया गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट न आने की वजह से अभी तक लोटस हॉस्पिटल पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा सकी है समाचार लिखें जाने तक।