*(ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार) ठठिया/कन्नौज। नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी झोलाछाप डॉक्टर को ठठिया पुलिस ने पकड़कर छोड़ दिया। मिडिया के सज्ञान में आने के बाद एसपी ने लिया संज्ञान और करवाई के निर्देश दिये। इसके बाद ठठिया पुलिस ने दोबरा डाक्टर को गिरफ्तार कर एफआईआर दर्ज की है। मामले में ठठिया थाना पुलिस की भूमिका को लेकर तिर्वा सीओ को जांच सौंपी गई है। घटना ठठिया थाना क्षेत्र के सिमरिया कस्बे की है। जहां लक्ष्मणपुर तिराहे के पास कानपुर देहात जिले के ककवन थाना क्षेत्र के बिलारीपुर गांव निवासी अजय कुमार राजपूत का अस्पताल है। सीने में दर्द और बुखार आने पर सिमरिया चौकी क्षेत्र के गांव निवासी 15 वर्षीय किशोरी दवा लेने एक दिन पहले अजय कुमार राजपूत की अस्पताल में गई थी। किशोरी से झोला छाप डाक्टर ने पूछा की दर्द कहाँ हो रहा है। तो किशोरी ने बताया की सीने के नीचे दर्द हो रहा है। जिसके बाद डॉक्टर ने उसके कपड़े ऊपर करवाएं और दर्द वाली जगह पर हाथ लगाते हुऎ उसके प्राइवेट अंगों को छूना शुरू कर दिया। किशोरी ने विरोध किया तो इंजेक्शन लगाने के बहाने उसके शरीर के नीचे के कपड़े उतरवाने लगा फिर जबरदस्ती किशोरी को बेंच पर लेटाकर रेप किया। घटना के बाद घर पहुंची किशोरी ने अपनी माँ को यह बात बताई तो वह लोग ठठिया थाने पहुंच गए करवाई करने के लिए ठठिया पुलिस को तहरीर दी थी। तहरीर मिलते ही पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को हिरासत में ले लिया। बाद में पुलिस ने किशोरी के परिजनों को बरगला कर वापस भेज दिया और फिर आरोपी झोलाछाप डाक्टर को छोड़ दिया। रेप के आरोपी को छोड़ने की बात मिडिया तक पहुंची तो मिडिया ने पूरी जानकारी एसपी अमित कुमार आनंद को बताई एसपी के आदेश पर ठठिया थाना में डाक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। और आरोपी डाक्टर को फिर हिरासत में लिया गया। फिलहाल पूरे मामले की जांच एसपी ने तिर्वा सीओ डा.प्रियंका बाजपेयी को सौंपी है। एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया की आरोपी के खिलाफ ठठिया थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और उसे हिरासत में ले लिया गया है। मंगलवार देर शाम आरोपी झोलाछाप डॉक्टर को थाने से छोड़ने की बात पता चलने पर जब सिमरिया चौकी इंचार्ज महेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने ऐसे किसी भी मामले की जानकारी होने से ही इनकार कर दिया। जब ठठिया थानाध्यक्ष अरुण चौधरी से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया की लड़की के आरोप गलत थे एसलिए आरोपी को छोड़ दिया गया है। उनका कहना था की लड़की दो या तीन दिनों से दवा लेने जा रही थी जिस कारण पैसों का विवाद उसका और डॉक्टर में था। यह सब दावे उस वक्त गलत साबित हो गए जब मामला एसपी अमित कुमार आनंद के संज्ञान में आया। नाबालिक के साथ झोलाछाप डॉक्टर के दुष्कर्म का मामला थाने पहुंचा सूत्रों की माने तो घटना की भनक लगते ही कुछ लोग सक्रिय हो गए उन्होंने मोटी रकम के एवज में मामला सुलटाने का ठेका आरोपी से ले लिया। जिसके बाद वही हुआ जो डाक्टर चाहते थे। और डाक्टर को छोड़ दिया गया। लेकिन जैसे ही मामला मीडिया की सुर्खियों में आया और उच्च अधिकारियो के आदेश पर ठठिया पुलिस को डाक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना पड़ा और डाक्टर को जेल भी भेजना पड़ा।

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