ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
भारतीय किसान मजदूर यूनियन के दर्जनों पदाधिकारी मंगलवार को तहसील परिसर पहुंचे। पंचायत में दूर-दराज़ से आए किसानों ने अपनी समस्याओं पर चर्चा की। किसान नेताओं ने कहा गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और नरौरा बांध से अधिक पानी छोड़े जाने की आशंका बनी हुई है। इससे ग्रामीणों में दहशत है। किसानों ने प्रशासन से हर संभव मदद और सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की। किसानों ने गगलऊ-परमनगर क्षेत्र की लेखपाल परआरोप लगाए गए। किसानों ने बताया कि उनके खिलाफ 7 अगस्त को प्रार्थना पत्र दिया गया था लेकिन अभी तक जांच नहीं हुई। उन्होंने कहा वह इस मामले को जिलाधिकारी के समक्ष रखेंगे। यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि कायमगंज व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में यूरिया खाद 300 रुपये और डीएपी 1500 रुपये में खुलेआम बेची जा रही है। बार-बार शिकायत के बावजूद किसी तरह की जांच नहीं हुई। किसानों ने गुप्त जांच की मांग की। किसानों ने नलकूपों पर हो रही अनियमित बिजली कटौती रोकने और शाम 6 बजे से रात 3 बजे तक निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की। उनका कहना था कि इस दौरान चोरी की घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है, जिससे किसान परेशान रहते हैं। किसानों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से स्थानांतरित किए गए डॉक्टर विपिन कुमार को वापस लाने की मांग भी उठाई। पंचायत के अंत में किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इस दौरान किसान नेताओं ने उपजिलाधिकारी अतुल कुमार ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष रामबहादुर राजपूत, प्रेमचंद्र सक्सेना, बाबूराम पाल, बृजेश, नन्हेलाल, जगदीश, शिवराज, हुकुम सिंह यादव, सलमान अहमद, रूपेश चन्द्र, मोतीलाल, नौरंगी लाल आशाराम आदि मौजूद रहे।