रिपोर्ट वीरेंद्र तोमर

बागपत/ बागपत में आगामी रविवारको आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज की सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रा०) परीक्षा 2025 एवं सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी सेवा (प्रा०) परीक्षा 2025 को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष, पारदर्शी और नकलविहीन वातावरण में संपन्न कराने के उद्देश्य से बुधवार को बागपत जिले में परीक्षा से जुड़े अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
यह प्रशिक्षण बागपत व खेकड़ा तहसील के लिए श्री यमुना इंटर कॉलेज, बागपत तथा बड़ौत तहसील के लिए श्री जनता वैदिक डिग्री कॉलेज, बड़ौत में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में परीक्षा सहायक प्रथम एवं द्वितीय, केंद्र व्यवस्थापक, सह-केंद्र व्यवस्थापक तथा अन्य संबंधित अधिकारियों को परीक्षा संचालन से संबंधित दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई।कार्यक्रम में शासन से नामित पर्यवेक्षक संजीव कुमार गोयल ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आयोग की परीक्षाएं प्रदेश की प्रतिष्ठित परीक्षाएं हैं, जिनका संचालन पूरी निष्पक्षता, पारदर्शिता और शुचिता के साथ होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाएं और परीक्षा की गोपनीयता बनाए रखने में कोई कोताही न बरतें। किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन अनिवार्य है। परीक्षा केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, स्मार्टवॉच आदि पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। किसी भी व्यक्ति को परीक्षा स्थल में प्रवेश से पूर्व पूरी तरह जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा।प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक सत्यवीर शर्मा ने परीक्षा संचालन के प्रत्येक चरण की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परीक्षा से पूर्व कक्षवार व्यवस्था, उपस्थित विद्यार्थियों का मिलान, प्रश्नपत्रों की सीलिंग और काउंटिंग, परीक्षा उपरांत उत्तर पुस्तिकाओं का संकलन एवं सुरक्षित परिवहन जैसे सभी बिंदुओं पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।इस बार विशेष पहल के रूप में सभी अंतरिक्षकों (invigilators) को भी पहली बार प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि परीक्षा संचालन में किसी भी प्रकार की त्रुटि या कमी न रह जाए। उन्हें परीक्षा दिवस पर उत्पन्न होने वाली संभावित परिस्थितियों के प्रति सजग रहने और समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए गए। प्रशिक्षण में अधिकारियों को यह भी बताया गया कि परीक्षा के दौरान अनुशासन, समय की पाबंदी, गोपनीयता तथा पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उत्तर पुस्तिकाओं की गणना, पैकिंग एवं रिकॉर्ड में किसी प्रकार की त्रुटि न हो, इसका विशेष ध्यान रखने को कहा गया। पर्यवेक्षक संजीव कुमार गोयल ने कहा कि परीक्षा दिवस पर प्रत्येक अधिकारी को अपने-अपने केंद्रों पर समय से पहुंचना होगा। किसी भी स्तर पर लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा की स्वच्छता बनाए रखना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर सभी अधिकारियों ने यह संकल्प लिया कि वे परीक्षा को पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी, शुचिता और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराएंगे। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक राघवेंद्र सिंह, परीक्षा सहायक अधिकारीगण, केंद्र एवं सह-केंद्र व्यवस्थापक सहित बड़ी संख्या में संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।