ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट मनोज जौहरी।

फर्रुखाबाद।
एआरपी को गोली मारनें के आरोपी को पुलिस नें गिरफ्तार कर लिया| उसके पास से घटना में प्रयुक्त तमंचा आदि सामान भी पुलिस नें बरामद किया है| पता चला की आरोपी बीते लगभग दो सालों से एआरपी विश्राम सिंह को रास्ते से हटानें की योजना बना रहा था|
थाना जहानगंज के रूनी चुरसई निवासी विश्राम सिंह को कमालगंज खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पेट में एक महिला के कपड़े पहने आरोपी नें गोली मार दी थी| जिसमे विश्राम सिंह के भाई विजय सिंह नें घायल के साथी वीरेंद्र सिंह राजपूत निवासी गीतापुरम कालोनी फतेहगढ़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था| पुलिस कई पहलुओं पर जाँच कर रही थी|पुलिस लाइन सभागार में एसपी आलोक प्रियदर्शी नें घटना क खुलासा किया| उन्होंने बताया कि आरोपी वीरेंद्र राजपूत को पुलिस नें गिरफ्तार किया है|
यह बरामद हुआ सामान
पुलिस को आरोपी की निशानदेही और 2 तमंचा 315 बोर, 5 जिंदा कारतूस 315 बोर, 1 मिस कारतूस 315 बोर, 2 दुपट्टा, 1 कुर्ती, 1 लैगी, अंडर गारमेंट्स 2, 1 हेयर बिग, 1 जोड़ी हाथों के दस्ताने, 1 जोड़ी जूता, 1 काला चश्मा बरामद हुआ है|
विश्राम के चक्कर में आरोपी व पत्नी में होता था विवाद
पुलिस के अनुसार आरोपी वीरेंद्र राजपूत नें पुलिस को बताया कि एआरपी विश्राम सिंह राजपूत के चक्कर में वीरेंद्र और उसकी पत्नी में नही बनती थी| दोनों का आपस में विवाद हो जाता था| जिससे परेशान होकर वीरेंद्र नें गोली मारनें की योजना को अमली जामा पहनाया|
दो साल से बना रहा था योजना
एसपी आलोक प्रियदर्शी नें बताया कि आरोपी पत्नी से आये दिन विवाद के चलते बीते लगभग दो सालों से विश्राम सिंह को रास्ते से हटानें की योजना बना रहा था| एक बार उसने मार्ग दुर्घटना की योजना बनायी लेंकिन कामयाबी नही मिली| इसके बाद उसने फ़िल्मी अंदाज में विश्राम सिंह को महिला बनकर गोली मार दी|
ऐमज़ॉन से 2022 में खरीदा था महिलाओं का बिग
पुलिस के अनुसार आरोपी नें 18 अक्टूबर 2022 को महिलाओं का बिग ऐमज़ॉन से 3,999 में खरीदा था| जिसकी फोन डिटेल भी पुलिस को आरोपी के मोबाइल से मिली है| वहीं आरोपी नें यूट्यूब पर पुलिस कैसे चेक करती है लोकेशन यह भी यह भी 12 जुलाई को खोजा था| जिसका पुलिस नें मोबाइल में रिकार्ड बरामद किया है|
अलग-अलग दुकानों से खरीदा था महिला का सामान
आरोपी नें घटना के लगभग चार-पांच महीने पूर्व ही जिले की अलग-अलग दुकानों से जूते व महिला के सूट व अन्य कपड़े खरीदे थे| जिनको पहनकर घटना को अंजाम दिया|
एसपी आलोक प्रियदर्शी नें बताया कि घटना के खुलासे के लिए चार टीमों क गठन किया गया था| जिसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी साक्ष्यों के आधार पर की गयी| पुलिस अभिरक्षा में आरोपी नें अपने जुर्म का इकबाल किया है|

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