ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। जनपद में आल्हा को पहचान दिलाने का श्रेय जगबीर सिंह के पुत्र संग्राम सिंह को जाता है वीर रस से ओत प्रोत आल्हा खंडकाव्य को अपनी वाणी से जिले से लेकर गैर जिलों में पहचान दिलाने के चलते संग्राम सिंह को आल्हा सम्राट कहकर भी लोग बुलाते हैं उनके द्वारा आल्हा के क्षेत्र में किए गए योगदान को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी लखनऊ संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के द्वारा जनपद में युवाओं को आल्हा के क्षेत्र में पारंगत करने के उद्देश्य से मां फूलमती आल्हा मंडल संस्था को ग्रीष्मकालीन आल्हा गायन कार्यशाला का जिम्मा सौंपा गया जिसमें प्रशिक्षक के रूप में संग्राम सिंह को दायित्व दिया गया जिसका शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया । इस अवसर पर अर्पित दिवाकर, प्रिंस दिवाकर, अनुराग कठेरिया, शिव सक्सेना, कृष्णा, युवराज, रुद्राक्ष, जयस, अद्विक, रक्षा, आराधना, आदित्य आदि लोग मौजूद रहे।