आज़मगढ़-


आजमगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी खुलकर सामने आने लगी है। पूर्व युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष सूरज सिंह ने आज कप्तानगंज मंडल से इस्तीफा देने के बाद पार्टी के ही जिला कार्यालय पर धरना शुरू कर दिया। सूरज सिंह का आरोप है कि एक विशेष जाति को तरजीह देकर पैसों के बदले पद बांटे जा रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यही हाल रहा तो भाजपा को आगामी चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
पूर्व मंडल अध्यक्ष सूरज सिंह ने आज गोरखपुर के शीर्ष नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब सपा सरकार थी, तब वे दो बार जेल गए थे, लेकिन आज जब भाजपा की सरकार है, तब भी उनके साथ अन्याय हो रहा है। उनका दावा है कि मंडल अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष ने उनके नाम की संस्तुति की थी, लेकिन गोरखपुर के नेताओं ने उनका नाम काट दिया और पैसे लेकर एक विशेष जाति के व्यक्ति को पद दे दिया।
मीडिया से बातचीत में सूरज सिंह ने कहा कि वे अकेले नहीं हैं—सैकड़ों कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर अपना आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि शीर्ष नेतृत्व ने समय रहते ध्यान नहीं दिया, तो 2027 में भाजपा को आज़मगढ़ की दसों विधानसभा सीटों पर 50-50 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने पार्टी को इस्तीफा भी सौंपा, जिसे जिला अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया। सूरज सिंह ने चेतावनी दी कि अगर उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया, तो वे बीजेपी कार्यालय पर ही जान दे देंगे।
“अगर मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया तो मैं यहीं पार्टी कार्यालय पर सो-सो कर अपनी जान दे दूंगा। मैं पार्टी से सम्मान चाहता हूं, दया नहीं।”
सूरज सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष, युवा मोर्चा कप्तानगंज