ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल।

फिरोजाबाद । मुहर्रम कमेटी के पूर्व अध्यक्ष, प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा के प्रमुख संयोजक व शहर काजी सैय्यद शाहनियाज़ अली ने बताया, चंद्रदर्शन के अनुसार मुस्लिम समाज का बेहद गमगीन महीना मुहर्रम संभवतः 27 या 28 जून 2025 से शुरू होगी।
जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से मुहर्रम पर साफ सफाई, चूना छिड़काव, प्रकाश व्यवस्था, सड़क व खड़ंजा पेचवर्क तथा निर्माण कार्य, पेयजलापूर्ति, विद्युत आपूर्ति के साथ ही उचित सुरक्षा इंतजामात किए जाने की मांग करते हुए शहर काजी सैय्यद शाहनियाज़ अली ने कहा, मुहर्रम माह के शुरू होते ही जनपद में संपूर्ण जगह-जगह मजलिसों (धार्मिक गोष्ठियां) के साथ ही ताज़िए और अलम रखे जाने, मोहर्रम कार्यक्रमों का मुख्य केंद्र प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा में मोहर्रम के भव्य कार्यक्रमों के आयोजनो का दौर शुरू हो जाएगा।
पूरी कायनात के मुसलमान पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के नवासे हज़रत इमाम हसन और हुसैन व उनके साथ कर्बला में शहीद हुए साथियों की याद में ग़मजदा रहते हैं तथा, जगह-जगह ताज़िया व अलम रखकर नज़राना-ए-अक़ीदत (श्रद्धा सुमन अर्पित) पेश करते हैं। जनपद में बेशुमार हज़ारों की संख्या में अकीदतमंद ताजियों व अलम की जियारत को प्रमुख रूप में जनपद के प्राचीन स्थल शाही बड़ा इमामबाड़ा के साथ ही जनपद के विभिन्न स्थानों पर जियारत करते हैं तथा खुदा से मन्नतें मांगते हैं। अधिकतम मुहर्रम कार्यक्रम रात्रि में ही आयोजित किये जाने हैं।दृष्टिगत रखते हुए जनपद के नगर क्षेत्र फिरोज़ाबाद, टूंडला, शिकोहाबाद, जसराना, फरिहा, सिरसागंज व समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर ताजिये व अलम रखे जाने वाले स्थानों पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत व संबंधित विभागों द्वारा व्यवस्थाओं की अति आवश्यकता है।
प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा के साथ ही जनपद में होने वाले मुहर्रम कार्यक्रमों के सिलसिले से जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सहित प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की जाएगी।वक्त रहते व्यवस्थाएं कराई जा सकें तथा जनपद के ताजियेदारों, अलमदारों, साबिलदारों व बेशुमार श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।