ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। जनपद में अधिकांश सरकारी शौचालय बंद बड़े है लाखो की लागत से बने रंग बिरंगे शौचालय कोई न कोई बजह से बंद है लेकिन मजे की बात यह कि इसकी जानकारी बखूबी जिले के अधिकारियों को भी है ।
ताजा मामला कन्नौज के जलालाबाद का है जहाँ पिछले कार्यकाल में शौचालय का निर्माण किया गया था जो बीच बीच मे कई बार बंद रहा जब शिकायत होती हैं तब मामले को संज्ञान में लिया जाता है । सरकार की मंशा को दरकिनार कर खुद की जेब भरने भर से मतलब है ऐसे भृष्ट अधिकारियों को जिन्हें जानकारी होने के बाद भी समस्या से कोई सरोकार नही है। लाखो की लागत व एक सफाई कर्मी की तैनाती लेकिन बंद बड़ा शौचालय आखिर ग्रामीणों को किस बात के लिए परेशानी में डाला जा रहा । जो लोग इस शौचालय का प्रयोग कर रहे थे उन्हें अब सड़क पार करके खेतो में जाना पड़ रहा है क्या अधिकारी किसी बड़ी घटना होने के बाद नीद से जागेंगे । इसकी जानकारी पहले तो पंचायत सचिब को दी गई उसके बाद खण्ड बिकास अधिकारी को समस्या के बारे में बताया गया लेकिन डेढ़ महीने बीत जाने के बाद भी समस्या का समाधान तो दूर की बात यह तक पता लगाना मुनासिब नही समझा कि दिक्कत क्या है । बही स्थानीय सोनम सक्सेना का कहना है कि उनका परिवार इसी शौचालय में शौच के लिए जाता था लेकिन डेढ़ माह से यह बंद पड़ा है जिससे उनके परिवार को बाहर खेतो में जाना पड़ रहा है उनकी बुजुर्ग सास है जो चलने फिरने में भी असमर्थ है उन्हें शौचालय बंद होने से काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बही जब इस पूरे मामले पर जिला पंचायत राज अधिकारी से बात की गई तो पहले तो बो गोल मोल जबाब देते नजर आए लेकिन जब उनसे पूछा गया कि आपको जानकारी है तो इस पर क्या करेंगे तो उनका कहना था कि इसमें एडीओ पंचायत को मौके पर भेज के रिपोर्ट मंगाई जाएगी और उसे ठीक कराया जाएगा।