रिपोर्ट
राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। अपनी प्रेमिका को बुलाने की जिद पर अड़े एक सरफिरे प्रेमी युवक की करतूत से प्रशासन असमंजस में पड़ गया।आसपास के लोगों की भीड़ भी बीते पांच घंटे से मौके पर जुटी हुई है। मौके पर जानकारी के बाद पहुंचे पुलिस अधिकारी भी सरफिरे युवक तक किसी गलत कदम को ना उठा ले, इस कारण उस तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। फिलहाल सरफिरा युवक लगातार पुलिस अधिकारी से प्रेमिका को बुलाने की जिद पर अड़ा है। मामला जिले के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के काशीराम कालोनी का बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक काशीराम कालोनी की रहने वाली एक युवती जिसका नाम अर्चना बताया जा रहा है, संजय नामक युवक से शादी हुई थी। दो साल पहले संजय की मौत के बाद अर्चना प्राइवेट नौकरी कर अपने तीन बच्चों का जीवन यापन कर रही है।
नौकरी के दौरान अर्चना की मुलाकात तालग्राम क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी प्राइवेट नौकरी करने वाले दीपू चक से हुई। समय के साथ दोनों में नजदीकियां बढ़ी और दोनों एक साथ समय बिताने लगे। अर्चना के बच्चे इस रिश्ते का विरोध करने लगे तो दोनों ने शादी का फैसला ले लिया। चार माह पहले दीपू और अर्चना ने कोर्ट मैरिज कर ली। बीते आठ दस दिनों से अर्चना और दीपू के मध्य मनमुटाव सा नजर आने लगा, जब दीपू अर्चना के घर पहुंचता तो अर्चना घर से चली जाती।
इसी बीच दीपू को पता चला कि अर्चना कहीं और जाने लगी है, और किसी अन्य व्यक्ति के संपर्क में है। इस जानकारी पर दीपू का सरफिरा रूप सामने आया और गुस्से में आकर उसने अजीबो गरीब हरकत कर डाली। शुक्रवार की दोपहर एक बजे के करीब दीपू अर्चना के घर पहुंचा। यहां मौजूद बच्चों से अर्चना के बारे में जब कोई जानकारी नहीं मिली तो सरफिरे दीपू ने बच्चों को जबरिया कमरे में बिठा लिया। एक हांथ में तमंचा तो दूसरे हांथ में मोबाइल के अलावा मुंह में कारतूस दबाकर बच्चों को डरा धमका कर सनकी युवक ने अजीबी गरीब स्थित पैदा कर दी। इस बीच एक बच्ची किसी प्रकार दीपू की गिरफ्त से छूट कर घर से बाहर आ गई। बच्ची ने घर के बाहर शोर मचा कर हंगामा शुरू किया तो आसपास के लोगों की भीड़ बड़ी संख्या में मौके पर जुट गई। मामले की जानकारी पर स्थानीय पुलिस के अलावा अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के अलावा सीओ सुरेश मालिक, कोतवाल विष्णु कांत तिवारी भी मौके पर पहुंचे।
बच्चों को कमरे में बंधक बनाए देख सनकी युवक के पास जाने और गलत कदम ना उठा ले इस कारण उसको समझाने का प्रयास किया जाने लगा, लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी और कर्मी अंदर जाने से कतराते हुए नजर आए। इस बीच मामले की जानकारी के बाद अर्चना को भी फोन किया गया, अर्चना से घर आने की बात कही गई। थोड़ी देर बाद तक जब अर्चना नहीं पहुंची तो दोबारा फोन मिलाने पर उसका फोन स्विच ऑफ बताने लगा।
मामले की जानकारी पर अर्चना के ससुर वीरेंद्र ने बताया कि, दीपू चार माह पहले अर्चना को लेकर कहीं चला गया था, जिसकी शिकायत भी पुलिस से की गई थी।
आज दोपहर की घटना से सभी का हाल बेहाल है।
सरफिरा दीपू अर्चना को बुलाने की जिद पर अड़ा है,कहीं बच्चों को धमका रहा है, तो कहीं हांथ में तमंचा और मुंह में कारतूस लगाकर गलत कदम उठाने की धमकी दे रहा है।
फिलहाल पुलिस जिस कमरे में बच्चे और दीपू है उसको खुलवाने का प्रयास करने में लगे हैं।
पता चला है कि करीब सात घंटे बाद हरकत में आई पुलिस ने जबरन कमरे के अंदर पहुंची है और विरोध कर रहे सरफिरे के पैर में गोली मारी गई है, जिसके बाद बंधक बच्चों को सकुशल बाहर निकाला गया है। इस बीच तीन राउंड फायरिंग की भी खबर है। फिलहाल दीपू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सनकी युवक को फिलहाल पुलिस सुरक्षा में उपचार के लिए स्वास्थ केंद्र ले जाया जा रहा है। पूरे घटना क्रम के दौरान हड़कंप का माहौल नजर आता रहा।