रिपोर्ट सुदेश वर्मा

बागपत/ बडौत/बिनौली कस्बे के प्राचीन शिव मंदिर परिसर स्थित रामलीला मैदान में बुधवार की रात धार्मिक उत्साह और भक्ति भाव से ओत-प्रोत वातावरण देखने को मिला। श्री प्रेम मंडल रामलीला कमेटी के तत्वावधान में आयोजित रामलीला मंचन का निर्देशन प्रवीण ऊर्फ पप्पन गुप्ता ने किया। मंचन के दौरान प्रस्तुत किए गए श्रवण कुमार प्रसंग ने दर्शकों की आंखें नम कर दीं।
रामलीला की कथा के क्रम में श्रवण कुमार द्वारा अपने अंधे माता-पिता को तीर्थ यात्रा कराने का जीवंत चित्रण किया गया। कलाकारों ने इतनी भावपूर्ण प्रस्तुति दी कि पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा। इसी बीच राजा दशरथ का आखेट करते हुए अनजाने में श्रवण कुमार की हत्या का दृश्य आया, जिसने उपस्थित दर्शकों को गहन शोक और संवेदना से भर दिया।
इसके बाद श्रवण कुमार के वृद्ध माता-पिता द्वारा राजा दशरथ को दिया गया शाप कि जैसे उन्होंने पुत्र वियोग का दुख सहा है, वैसे ही राजा दशरथ को भी पुत्र वियोग का दर्द झेलना पड़ेगा—यह दृश्य इतना प्रभावशाली रहा कि दर्शकों की आंखें छलक पड़ीं। मंचन के अगले हिस्से में राजा दशरथ द्वारा पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ कराने और भगवान श्रीराम के जन्म की मंगलमय झांकी प्रस्तुत की गई। इस प्रसंग ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। मंचन के दौरान कलाकारों के अभिनय, संवादों की गंभीरता और संगीत की मधुरता ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
रामलीला का आनंद लेने के लिए कस्बे सहित आसपास के गांवों से भारी संख्या में श्रद्धालु और ग्रामीण पहुंचे। दर्शकों ने देर रात तक कथा का रसपान किया और रामकथा के आध्यात्मिक संदेश को आत्मसात किया।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गुलवीर धामा सयोजक विनय धामा मोनू वर्मा रवि भाटिया महेश सुरेश सैनी राहुल कश्यप राजू संजीव जांगडा विवेक धामा शुलभ धामा ने बताया कि आने वाले दिनों में भी भगवान श्रीराम की लीलाओं के विभिन्न प्रसंगों का मंचन होगा, जिनमें सीता स्वयंवर, राम-वनगमन और रावण वध जैसे प्रमुख प्रसंग शामिल रहेंगे।