आज़मगढ़-



आजमगढ़ जनपद के मेहनगर थाना क्षेत्र के खजुरा गांव निवासी चंद्रबली पुत्र देवनंदन ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित का आरोप है कि गांव के ही श्रीराम पुत्र निद्धुराम, दीपक राम पुत्र श्रीराम, लालचंद राम पुत्र नखाड़ू, नखडू पुत्र संपत, प्रहलाद राम पुत्र नखडू, सूरज राम पुत्र प्रहलाद, अश्विनी राम पुत्र शंकर, जीतन राम पुत्र बुंदेला, मिठाई राजभर पुत्र सुर्जन, मूलचंद्र पुत्र बुद्धू तथा बालचंद राम पुत्र नखाड़ू — उससे रंजिश रखते हैं और रास्ते के विवाद को लेकर आए दिन मारपीट की धमकी देते हैं।
पीड़ित ने बताया कि ग्राम प्रधान शिवपूजन यादव पुत्र लप्पन, मिठाई राजभर पुत्र सुर्जन और चंद्रदेव राजभर पुत्र नागीश्वर राजभर भी इन लोगों के साथ मिलकर लगातार उसे परेशान करते हैं।
घटना 4 अक्टूबर 2025 की सुबह करीब 9 बजे की बताई जा रही है, जब सभी आरोपी एक राय होकर लाठी-डंडा और कुल्हाड़ी से लैस होकर चंद्रबली के घर पहुंचे। पीड़ित के अनुसार, शिवपूजन यादव, मिठाई राजभर और चंद्रदेव राजभर ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज की और ललकारते हुए हमला बोल दिया।
मारपीट में चंद्रबली, उसकी पत्नी धनोता देवी, पुत्र धर्मेंद्र, भाभी श्यामदुलारी, बेटियां उर्मिला और शर्मिला, तथा भाई पबारू घायल हो गए। धर्मेंद्र को गंभीर चोटें आईं और कई पर गहरे घाव हैं। हमलावरों ने पीड़ित के घर में घुसकर तोड़फोड़ भी की, जिसमें मकान के पिलर और करकट गिरा दिए गए, जिससे लगभग 10,000 रुपये का नुकसान हुआ।
पीड़ित का कहना है कि जब उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस ने न तो रिपोर्ट लिखी और न ही घायलों का चिकित्सीय परीक्षण कराया।
अब पीड़ित ने एसपी आजमगढ़ को प्रार्थना पत्र देकर मामले में रिपोर्ट दर्ज करने, घायलों का डॉक्टरी परीक्षण कराने और दबंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।