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मोटी तनख्वाह लेकर सो रहा उत्तराखंड मदरसा बोर्डमुख्यमंत्री की सख्ती का नहीं कोई असर

ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट फैयाज अहमद/

देहरादून /
मदरसा जांच जागो मोहन प्यारे नींद तजो कुछ काम करो सरकार को मत नाम बदनाम करो … जी हाँ हम बात उत्तराखंड मदरसा बोर्ड और मोटी तनख्वाह गाडी अर्दली और भौकाल जमाकर तमाम सुख सुविधा लेने वाले उन ज़िम्मेदारों की कर रहे हैं जिनकी नींद अब भी नहीं खुल रही है और पुलिस ने दस बीस पचास नहीं बल्कि दो सौ से ज्यादा अवैध मदरसों की कुंडली खोल दी है। हैरानी की बात है कि मदरसों के तलबा को आईएएस आईपीएस बनाने का सब्ज़बाग दिखाकर बयानों से ज़िम्मेदारियों की इतिश्री कर हाँथ झाड़ने वाले बोर्ड के ज़िम्मेदारों को खुद मुख्यमंत्री धामी की सख्ती और आदेश की कोई परवाह जैसे है ही नहीं तभी तो अवैध मदरसों पर न कोई विभागीय एक्शन न कोई बयान आ रहा है।
प्रदेश के सबसे बड़े जिले और सबसे ज्यादा अवैध मदरसे जी हाँ ये खबर आ रही है कि तीन जिलों में ही सबसे ज्यादा अवैध मदरसे चल रहे हैं जिसकी पूरी कुंण्डली अब पुलिस टीम के पास आ गयी है। उत्तराखंड में अवैध तरीके से चलाए जा रहे मदरसों पर धामी सरकार ने शिकंजा कसा है. प्रशासन की ओर से इन पर एक्शन लिया गया है. पुलिस टीम ने 30-40 नहीं बल्कि 200 से भी ज्यादा अवैध तरीके से चलाए जा रहे मदरसों का पर्दाफाश किया है. सरकार की ओर से हाल ही में निर्देश दिए गए थे कि राज्य में चल रहे अवैध मदरसों की पहचान की जाए.
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में उत्तराखंड के हर उस मदरसे की जांच करने के लिए कहा था, जो अवैध तरीके से चलाया जा रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन और पुलिस टीम ने उन मदरसों के खिलाफ एक्शन लिया और अवैध मदरसों की पहचान की. साथ ही अवैध चल रहे मदरसों को कहां से फंडिंग मिलती है. इसकी भी जांच की जा रही है.

जिले में अवैध मदरसे मदरसा जांच

रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तराखंड के तीन जिलों में ये अवैध मदरसे चल रहे हैं. इनमें उधम सिंह नगर, देहरादून और नैनीताल का नाम शामिल है. सबसे ज्यादा अवैध मदरसे उधम सिंह नगर में चल रहे हैं, जहां पर 129 मदरसे ऐसे हैं, जो बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं. वहीं देहरादून में ऐसे अनरजिस्टर्ड मदरसों की संख्या 57 है. इसके अलावा नैनीताल में 26 मदरसों को रजिस्टर नहीं कराया गया है. मदरसों की जांच के लिए एक जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है.
टीम का किया गया गठन

बताया जा रहा है कि मदरसों की जांच पर नजर रखने के लिए जिला मजिस्ट्रेटों की अध्यक्षता में एसएसपी, एसपी और कई बड़े पुलिस अधिकारियों की एक समिति बनाई गई है, जो एक महीने में एक रिपोर्ट राज्य अधिकारियों को भेजेगी. उधम सिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने मदरसों को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि जिन मदरसों की पहचान की गई है. उनमें बरेलवी और देवबंदी दोनों हैं. ये मदरसे मानदंडों के खिलाफ और अपंजीकृत थे.

ऐसे की जाती है पहचान

इसके साथ ही उन्होंने ये भी जानकारी दी कि जिन जगहों पर शक होता है. उन मदरसों की जांच के लिए टीम भेजी जाती है. ऐसे में अवैध रूप से चल रहे मदरसों को कहां से फंडिंग मिलती है. इसका पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है. इन मदरसों में दूसरे राज्य से आकर पढ़ने वाले छात्रों के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है.

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