बिजनौर की स्थापना दो सौ वर्ष पूर्ण होने पर एम एम इंटर कॉलेज में हुआ मुशायरा कवि सम्मेलन का आयोजन ।
नगीना नगर पालिका ने मनाया बिजनौर स्थापना दिवस।
रिपोर्ट मुनीश उपाध्याय।
बिजनौर/ नगीना:- जनपद बिजनौर की नगर पालिका परिषद नगीना की ओर से बिजनौर की स्थापना दो सौ वर्ष पूर्ण होने पर नगर पालिका परिषद नगीना की ओर से जश्ने जिला बिजनौर नाम से स्थानीय एम एम इंटर कॉलेज परिसर में एक मुशायरा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एसडीएम नगीना मांगेराम चौहान रहे। मुशायरे की शमा को अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद नगीना संदीप कुमार सक्सेना व शेख शाहनवाज खलील ने रोशन किया।मुशायरे की सदारत चेयरमैन संघ के जिला अध्यक्ष शेख शाहनवाज खलील ने की जबकि निज़ामत बहारुद्दीन बहार ने की।आगाज़ में अकरम नगीनवी ने बारगाहे रिसालत में नाते पाक नजराना पेश किया व पंडित धर्मानंद त्रिपाठी ने सरस्वती वंदना की। इस मौके पर जिला बिजनौर के स्थापना के दो सौ वर्ष पूर्ण होने पर खुशी का इजहार करते हुए जिला बिजनौर के इतिहास का भी वर्णन किया गया।गजलियात के दौर में अतहर शकील नगीनवी ने कहा यूं उसकी चाहतों का जमाना चला गया एक ख्वाब था जो ख्वाब में आकर चला गया’।अकरम नगीनवी ने कहा_ यह सच है कि नन्हा सा कतरा हूं मैं मगर/मुझको किसी की प्यास ने दरिया बना दिया’।रईस अहमद राज ने कहा-या तो बना दे बिगड़ी मेरी वरना ये बता/किस आस्ता पर जाऊं तेरे आस्ता के बाद’।डॉ.अंजु बिश्नोई ने कहा-गीत एक अपने लिए गुनगुनाना चाहती हूं एक शाम खुद के लिए बिताना चाहती हूं मास्टर अनिल कुमार बंधु ने कहा- अब तो आए उमंगों के दिन,पूरे हो रहे दो सौ वर्ष/जनपद निवासी के जन-जन में अब छाया पूरा हर्ष’।डॉ.इमरान सागर ने कहा-चेहरें को चूमने लगी चंदा की चांदनी आंगन में जब वो आ गया गेसू बिखेरकर’।डॉ.मुहम्मद एहतेशाम तिशना ने कहा-नई नस्लें फ्लावर पॉट में कैक्टस सजाती है हमारे आंगनों से रात रानी खत्म होती है’। इसी तरह हर एक रिश्ता निभाना पड़ता है’।बहारुद्दीन बहार शम्सी ने कहा-मैं इन्हें फूल बनाने का हुनर रखता हूं,जिसमें हिम्मत हो मेरी सिमत उछाले पत्थर’।देर रात तक चले इस मुशायरे में हुड़दंग नगीनवी पंडित धर्मानंद त्रिपाठी अदनान दर्द नगीनवी मास्टर खुर्शीद नाज नेहटोर परवेज आदिल हाफिज नवीनवी नीतीश कुमार गर्ग नगीना आदि ने भी अपने कलाम को सुना कर खूब वह वाही लूटी। देर रात तक चले इस मुशायरे में में सभासद सिद्दीक मुल्तानी गोपाल शर्मा बदर मुनीम मोहम्मद असलम मकसूद अली जुनैद कुरैशी सैयद उस्मान ज़ैदी शेख अरशद आलमगीर उस्मानी ऊर्फ़ खलीफा सैयद जुबेर ज़ैदी शेख शहराज़ ख़लील व बड़ी तादाद में नगर के नागरिकों ने हिस्सा लिया।
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