अवैध मौरम मंडी पर अधिकारियों की छापेमारी से मचा हड़कंप तीन दर्जन ओवरलोड वाहनों को पकड़ा
ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार

कन्नौज। बीते लंबे समय से अवैध मौरम मंडी पर सोमवार की सुबह अधिकारियों की छापेमारी से हड़कंप मचा रहा।अधिकारियों ने तीन दर्जन से अधिक वाहनों को पकड़ा है।
बताते चलें कि तिर्वा कन्नौज वाया औरैया मार्ग पर अहेर गांव के पास बैठे लंबे समय से अवैध मौरम मंडी संचालित की जा रही है। यहां आने वाले ओवर लोड वाहनों से रोजाना वाहन खड़े करवाने और वाहनों पर ओवर लोड मॉल के एवज में कुछ खास रसूखदार रोजाना हजारों की बसूली भी करते हैं। स्थित यह है कि वाहनों की पहचान तक छिपाने के लिये इन ओवरलोड वाहनों के कई चालक और परिचालक अपने अपने वाहनों पर लगी नंबर प्लेट तक ढक कर रखते हैं। बीते काफी दिनों से जिले के एआरटीओ और खनन विभाग के अधिकारियों के अलावा तिर्वा तहसील प्रशाशन को इस अवैध कारोबार की सूचनायें भी लगातार मिल रही थीं। सोमवार की सुबह आखिर तिर्वा तहसील एसडीएम अशोक कुमार और तिर्वा कोतवाली पुलिस के अलावा खनन अधिकारी की टीम भी हरकत में आई और सुबह 7 बजे के करीब तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के अहेर गांव के निकट लगने वाली अवैध मौरम मंडी पर छापेमारी की गई। अधिकारियों की छापेमारी से मंडी में मौजूद डंफर और ट्रक चालकों के अलावा यहां अवैध कारोबार करने वाले रसूखदार लोगों में हड़कंप मच गया।
कई लोग जहां इधर उधर खिसकते नजर आये, वहीं कुछ अधिकारियों से जुगाड लगाते भी नजर आये।
बता दें कि अवैध मौरम मंडी के इस कारोबार से यहां रोजाना वाहनों को खड़ा करवाने के नाम पर और वाहनों पर ओवर लोड मॉल होने के नाम पर हजारों की अवैध बसूली से ये रसूखदार वारे न्यारे करते चले आ रहे हैं।
स्थित यह है कि इन ओवर लोड वाहनों पर पहचान छिपाने के नाम पर इन वाहनों की नंबर प्लेट तक को ढक दिया जाता है, जिससे इनकी पहचान भी मुश्किल होती है। सोमवार की सुबह छापेमारी में कई वाहनों पर नंबर प्लेट भी साफ नजर नहीं आ रही थीं। एसडीएम और तिर्वा पुलिस के अलावा मौके पर पहुंची खनन अधिकारी की टीम द्वारा यहां कार्यवाही करते हुये करीब तीन दर्जन से अधिक वाहनों को पकड़ा गया है।
मामले की सूचना से एआरटीओ विभाग के अधिकारी को भी सूचित किया गया है।
फिलहाल तिर्वा तहसील प्रशासन के कब्जे में ओवर लोड वाहनों के आने के बाद जांच पड़ताल का दौर जारी है। अब सवाल यह है कि, कितने वाहनों पर कार्यवाही होती है, और कितने वाहनों को जुगाड से मुक्त करवाया जाता है, यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।

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