जिला प्रशासन की सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, सहायक महानिरीक्षक निबन्धन कार्यालय, जिला चिकित्सालय, 100-शैया मेटरनिटी विंग पर रेड।
ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट ऋषिकांत दुबे।
दलाली की सूचना पर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों संग जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने की छापेमारी
प्रशासन की अचानक कार्यवाही से हड़कंप, कई संदिग्ध को मौके से लिया हिरासत में,
काफी समय से उक्त कार्यालयों में बाहरी व्यक्तियो, दलालों की मिल रही थी सूचना
मैनपुरी। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, सहायक महानिरीक्षक निबंधन स्टॉम्प एवं रजिस्ट्रेशन, महाराजा तेज सिंह जिला चिकित्सालय, 100-शैया मेटरनिटी विंग में बाहरी व्यक्तियों द्वारा कार्य किए जाने, शासकीय कार्यों के निष्पादन में अनाधिकृत धनराशि लिए जाने, मरीजों, तीमारदारों के साथ अच्छा व्यवहार न करने, स्वास्थ्य सेवा, मूल-भूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में लापरवाही बरतने की निरंतर मिल रही शिकायतों का संज्ञान लेकर आज जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र सहित राजस्व एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उक्त कार्यालयों में सघन जांच अभियान चलाया, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल सहित उक्त कार्यालय के निरीक्षण में तमाम अनियमितताएं पायीं गई, कई अधिकारी, कर्मचारी भी कार्यालय से नदारद मिले। उन्होने ए.आर.टी.ओ. कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कहा कि कार्यालय परिसर के साथ-साथ पूरे कलेक्ट्रेट परिसर में कोई दलाल मौजूद न रहे, वाहन संबंधी कार्य कार्यालय द्वारा सीधे किए जाएं, किसी भी कार्य में दलालों का दखल न रहे, कार्यालय में अभिलेखों का रख-रखाव दुरूस्त किया जाये, किसी भी वाहन स्वामी, आमजन को कार्यालय सम्बन्धी कार्य कराने में किसी दलाल का सहारा न लेना पड़े, कार्यालय सम्बन्धी कार्य कार्यालय में तैनात कार्मिकों द्वारा ही सम्पादित किये जाये, किसी भी दशा में किसी भी पटल पर किसी बाहरी व्यक्ति से कार्य न लिया जाये।
जिलाधिकारी ने महाराजा तेज सिंह जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान औषधि भंडारण कक्ष में उपलब्ध दवाओं का स्टॉक रजिस्टर से सत्यापन करते हुए पाया कि स्टॉक रजिस्टर में माह दिसंबर तक की दवाओं को स्टॉक पंजिका में निल दर्शाया गया है जबकि स्टोर में दवाएं उपलब्ध है, स्टॉक रजिस्टर, वितरण रजिस्टर, स्टोर में उपलब्ध दवाओं के मिलान करने पर दवाओं की उपलब्धता ज्यादा पायी गयी, अधिक दवाओं की उपलब्धता, एक्सपायर हो चुकी दवाओं का निस्तारण किस प्रकार किया जाता है, इस संबंध में मौके पर उपस्थित फार्मासिस्ट कोई संतोजनक उत्तर नहीं दे सके, जिस पर उन्होंने प्र. मुख्य चिकित्साधीक्षक, चीफ फार्मासिस्ट को हिदायत देते हुए कहा कि दवाओं के स्टॉक का मिलान कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, एक्सपायर होने वाली दवाइयों को तत्काल स्टोर से हटाकर बायो मेडिकल वेस्ट के माध्यम से निस्तारण करें, किसी भी दशा में एक्सपायरी दवा स्टोर, चिकित्सालय में उपलब्ध न रहे। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं, उनके तीमारदारों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए, किसी भी मरीज को बाहरी दवा किसी भी दिशा में न लिखी जाए, सभी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में जिला चिकित्सालय में उपलब्ध रहें, जिन दवाइयांे की कमी है उसकी मॉग तत्काल की जाये, जिला चिकित्सालय में उपलब्ध जांच की सुविधा प्रत्येक मरीज को मिले, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन कराने में किसी भी मरीज को असुविधा का सामना न करना पड़े, तैनात चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ समय से ड्यूटी पर उपस्थित रहकर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें, सभी चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ एप्रिन, गले में पहचान पत्र पहनकर रहें, कोई भी बाहरी व्यक्ति किसी भी दशा में शासकीय कार्य में संलिप्त न हो, चिकित्सालय परिसर में साफ-सफाई के बेहतर प्रबंध किए जाएं, प्रत्येक वार्ड में पर्याप्त मात्रा में पंखे, कूलर उपलब्ध रहे, शौचालय, यूरिनल की नियमित अंतराल पर सफाई हो।
श्री सिंह ने 100-शैया मेटरनिटी विंग के निरीक्षण के दौरान मौके पर उपस्थित मुख्य चिकित्साधीक्षक महिला को हिदायत देते हुए कहा कि मेटरनिटी विंग में आने वाली किसी भी गर्भवती महिला को कठिनाई का सामना न करना पड़े, उसे स्वास्थ्य विभाग की संचालित सभी योजनाओं का लाभ आसानी से मिले, सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर किसी के द्वारा शोषण न किया जाए, लेबर रूम में सफाई की बेहतर व्यवस्था रहे, जच्चा-बच्चा को टीके तत्काल लगाए जाएं, प्रसुताओं को समय से सुबह का नाश्ता, दोपहर, शाम का खाना मिले, खाने की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये, उन्हें ड्रॉपबैक की सुविधा मुहैया हो, डिस्चार्ज होने पर तत्काल जननी सुरक्षा योजना का लाभ मिले, सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि विभिन्न स्रोतों के माध्यम से जानकारी मिल रही है कि मरीजों को भीषण गर्मी से बचाव हेतु वार्डों में पर्याप्त मात्रा में पंखे उपलब्ध नहीं है, मरीजों केे तीमारदारों द्वारा स्वयं अपने स्तर से पंखे, कूलर की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधीक्षक को सचेत करते हुए कहा कि सभी वार्डों में पर्याप्त मात्रा में कूलर, पंखे उपलब्ध रहें, किसी भी मरीज को कोई असुविधा न हो। उन्होंने मेटरनिटी विंग की पैथोलॉजी लैब के निरीक्षण के दौरान जानकारी करने पर पाया कि आज 110 सैंपल लिए गए, जिसकी जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर संबंधित मरीज के मोबाइल पर उपलब्ध कराई जा रही है, आयुष्मान वार्ड के निरीक्षण के दौरान वहां भरत दुबे नामक व्यक्ति को अपनी मौसी के 06 परिजनों के गोल्डन कार्ड बनवाते पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि संबंधित व्यक्ति के उपस्थित होने पर ही गोल्डन कार्ड बनाए जाएं, किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति के माध्यम से गोल्डन कार्ड किसी भी दशा में न बनें।
उन्होंने निरीक्षण के उपरांत सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ से कहा कि समय से कार्यालयों, चिकित्सालयों, स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपस्थित हों, किसी भी कार्यालय, स्वास्थ्य केंद्र में कोई बाहरी व्यक्ति किसी व्यवस्था का हिस्सा न बने, किसी भी पटल पर कोई बाहरी व्यक्ति, कार्य करते न पाया जाये, किसी भी ऑफिस, स्वास्थ्य केंद्र पर अनाधिकृत धनराशि लिए जाने की शिकायत न मिले। इस दौरान अपर जिलाधिकारी न्यायिक नवीन श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक राहुल मिठास, उप जिलाधिकारी सदर अभिषेक कुमार, क्षेत्राधिकारी नगर अजय कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।
[9:11 pm, 1/8/2024] +91 70079 06310: ,
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