ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
बीते दिवस कोर्ट के आदेश पर कब्जा दिलाने के लिए प्रशासन ने जब विवादित भूमि पर खुदाई कराई थी, तो वहां से शिशु अवशेष मिलने से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने इस स्थान को वर्षों पुराना श्मशानघाट बताते हुए विरोध जताया। भारी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाया, जिसके बाद स्थिति सामान्य हो सकी।
कायमगंज-अचरा मार्ग स्थित सत्तानगर गांव के पास मंगलवार को 29 डिसमिल भूमि पर कोर्ट के आदेश के तहत कब्जा दिलाया गया था। इस दौरान विरोध के बावजूद पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में चिन्हांकन कर नींव खुदाई कराई गई थी। ग्रामीणों ने इस भूमि को श्मशानघाट बताते हुए विरोध जताया और मामला एसडीएम कोर्ट में विचाराधीन होने का दावा किया। बुधवार सुबह इस विवाद में नया मोड़ आ गया, जब खुदाई की गई जगह से एक शिशु का अवशेष मिलने की खबर से हड़कंप मच गया। देखते ही देखते इनायतनगर, झब्बूपुर, लटूरनगर, पितौरा, सुभानपुर और सत्तानगर समेत कई गांवों के लोग मौके पर जुट गए। ग्रामीणों का कहना था कि यह स्थान वर्षों से श्मशानघाट के रूप में प्रयोग होता रहा है और यहां बच्चों के शव दफनाए जाते हैं और शव के अंतिम संस्कार भी किए जाते है।
मामले की जानकारी मिलते ही नवांगतुक प्रभारी निरीक्षक अनुराग मिश्र पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश के तहत हुई है, और यदि किसी को आपत्ति है तो वह उच्च न्यायालय में अपील कर सकता है। पुलिस ने शिशु के अवशेष को पास में ही अन्य स्थान पर दफनाने की बात कही, लेकिन शिशु के परिजन मौके पर नहीं पहुंचे। ग्राम प्रधान पति अनिल कुमार और मझोला ग्राम प्रधान के पुत्र अभिषेक शाक्य ने भी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कुछ लोग अड़े रहे। इस बीच, मंडी चौकी प्रभारी अवधेश कुमार ने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि यदि कोर्ट के आदेश में कोई दखल देगा तो कार्रवाई की जाएगी। काफी देर समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए और शिशु के अवशेष को दूसरी जगह दफनाया गया।
इसके बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली।

By hi

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