ईस्ट इण्डिया टाईम्स
संजीव कुमार सक्सेना


अमृतपुर /फर्रुखाबाद
थाना अमृतपुर क्षेत्र के ग्राम करनपुर दत्त मजरा मडैया में चार दिन से लापता 10 वर्षीय बालिका सुमनलता का शव बुधवार शाम गांव की ही एक झोपड़ी में भूसे के ढेर में दबा हुआ बरामद हुआ। इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। मासूम की हत्या की आशंका से लोग दहशत और आक्रोश में हैं।सुमनलता, महावीर की पुत्री थी। वह बीते रविवार को गांव के ही हरकिशोर की परचून की दुकान से दाल लेने निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने जब काफी देर इंतजार के बाद उसकी तलाश शुरू की तो उसका कोई सुराग नहीं मिला। बाद में पुलिस को सूचना दी गई।पुलिस ने खोजबीन में कोई कसर नहीं छोड़ी। खेतों, झाड़ियों, बागों से लेकर गांव के कोने-कोने तक तलाशी ली गई। डॉग स्क्वॉड, ड्रोन कैमरे और एसओजी टीम भी सर्च ऑपरेशन में जुटी रही। इस दौरान कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गई।बुधवार को पुलिस को सूचना मिली कि गांव के ही शिवशरण पुत्र मोहन की झोपड़ी में भूसे के ढेर में कुछ संदिग्ध है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो वहां सुमनलता का शव दबा हुआ मिला। उसकी पहचान मां मायावती और भाई संजीब ने की।घटनास्थल पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय सिंह, क्षेत्राधिकारी अजय वर्मा, थानाध्यक्ष मोनू शाक्य, एसओजी और फील्ड यूनिट की टीम मौजूद रही। झोपड़ी के पास रामशरण (शिवशरण के भाई) की दीवार पर खून के निशान मिलने से पुलिस को हत्या की आशंका और भी मजबूत हो गई है।अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय सिंह ने बताया, “मामले की गहनता से जांच की जा रही है। घटनास्थल से अहम सुराग मिले हैं और कुछ संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
गांव में इस हृदयविदारक घटना से मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द न्याय और दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है।