आजमगढ़:


विश्व हिंदू महासंघ गौ रक्षा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मनीष तिवारी पर कुछ दबंगों ने जानलेवा हमला कर दिया। यह हमला 11 जून 2025 की रात लगभग 8 बजे हुआ जब वह अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे। हमले में मनीष तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उनकी गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई है।
📌 पूरा मामला:
मनीष तिवारी ने बताया कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट गौ सेवा से जुड़कर आजमगढ़ में गौ माता की रक्षा का कार्य कर रहे हैं। 5 जनवरी 2025 को उन्हें जानकारी मिली कि उनके गांव में कुछ लोग गायों को चोरी कर कटवाने के लिए कसाइयों को बेचने की तैयारी कर रहे हैं। इस पर उन्होंने तत्काल थाना सिधारी को सूचित कर पुलिस को बुलवाया और गायों को मुक्त करवा कर गौशाला भिजवाया।
🛑 आरोप:
पीड़ित ने आरोप लगाया कि इसी घटना से नाराज होकर कृपा शंकर पुत्र महेंद्र राजभर, अखिलेश पुत्र महेश राजभर, मूलचंद पुत्र पावरू राजभर और उनके साथ 10 अन्य अज्ञात लोग घात लगाकर हमला करने की फिराक में थे।
11 जून को जब मनीष तिवारी अपनी मारुति वैन (UP 50 BJ 0915) से लौट रहे थे, तब रास्ते में उक्त आरोपियों ने लाठी-डंडों और रॉड से उन पर हमला कर दिया। किसी तरह वह जान बचाकर भागे। हमले में उनकी गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और ₹7500 की दुकान की वसूली की रकम भी छीन ली गई।
🏥 वर्तमान स्थिति और कार्रवाई की मांग:
घायल मनीष तिवारी ने तत्काल थाना सिधारी में लिखित शिकायत दी है और साथ ही गुरुवार को जिलाधिकारी आजमगढ़ को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
🎙️ पीड़ित का बयान:
मीडिया से बातचीत करते हुए मनीष तिवारी ने कहा –
“हम गौ माता की सेवा और रक्षा के लिए काम करते हैं, जिससे कुछ लोग नाराज़ हैं और जान से मारने की साजिश रच रहे हैं। प्रशासन से मेरी मांग है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।”