ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल

फिरोजाबाद । चाइल्डफंड इंटरनेशनल के सहयोग से पेस द्वारा दिशा चिल्ड्रन प्रोग्राम के तहत महापौर कामिनी राठौर और जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ महापौर कामिनी राठौर ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस दौरान जनपद को बाल श्रम मुक्त बनाने के उद्देश्य से डीडीओ और महापौर ने “रोडमैप 2030” का औपचारिक शुभारंभ किया।
कार्यक्रम की शुरुआत पेस के निदेशक थॉमसन थॉमस के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने, “रोडमैप 2030” की यात्रा और उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि, यह पहल फिरोजाबाद के बच्चों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने और उनके अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर है। “रोडमैप 2030” बाल श्रम की समस्या का समाधान करने और बच्चों को शिक्षा व विकास का अधिकार दिलाने की दिशा में फिरोजाबाद का एकजुट प्रयास है। इस पहल का शुभारंभ जिले को 2030 तक बाल श्रम मुक्त बनाने के संकल्प में एक महत्वपूर्ण कदम है।
महापौर कामिनी राठौर ने बाल श्रम समाप्त करने के लिए विभिन्न विभागों और संगठनों के समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
सहायक श्रम आयुक्त यशवंत कुमार और अन्य अधिकारियों ने पैनल चर्चाओं में अपनी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। यूनिसेफ के प्रादेशिक सलाहकार सैयद इमरान ने राज्य योजना का सारांश प्रस्तुत करते हुए 2027 तक बाल श्रम समाप्त करने के लक्ष्य को ऐतिहासिक क्षण बताया। पेस टीम से परियोजना प्रबंधक कासिम अली ,प्रोग्राम कॉर्डिनेटर रेखा वर्मा ,सामुदायिक कार्यकर्ता आस्था,हनुमान एवं रोहित मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन पेस संस्था की सचिव सुश्री राजविंदर कौर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, पुलिस विभाग, मानव तस्करी विरोधी इकाई, एनजीओ और अन्य संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधि उपस्थित रहे।