ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान


कायमगंज/फर्रुखाबाद
कायमगंज तहसील के ग्राम शिवरई मठ स्थित प्राचीन शिव मठ जो लगभग 800 साल पूर्व शिव मंदिर था व मुगल शासन काल में मुस्लिम आक्रांताओं ने मठ को अपने कब्जे में लेकर मठ के अंदर मजार बना दी। और वह आज भी है। 800 साल से हर साल शिव मठ पर भव्य मेला लगता है। जिसमें दूर-दूर से लोग आते हैं और शिव मठ में भगवान शंकर की पूजा भी करते हैं।उक्त मेले की परमिशन भी शिव मठ के नाम से ही मिलती आ रही है। शिव मठ में आज भी शिवमठ होने के सबूत साफ नजर आते हैं। जबकि मुस्लिम भक्त मठ में दखल दे रहे हैं। स्थानीय प्रशासन भी मुस्लिम पक्ष का पक्षपात करता नजर आ रहा है। और शिव मठ को रात के 11:00 के बाद ताला डालकर बंद करने का आदेश स्थानीय प्रशासन दे रहा है। जबकि मठों में ताले नहीं डाले जाते। अखिल भारत हिंदू महासभा मठ में ताले डालने का विरोध करता है। व माननीय मुख्यमंत्री जी से मांग करता है कि उक्त मठ को पुरातत्व विभाग के हवाले कर खुदाई आदि कराये ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके व मुस्लिम समाज के लोग मठ पर अल्लाह हू अकबर के टाइल्स लगाना चाहते हैं उन्हें ऐसा करने से रोका जाए। अगर उक्त मांगे न मानी गई तो अखिल भारत हिंदू महासभा आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
मांग पत्र देने वालों में प्रदेश मंत्री प्रदीप सक्सेना, अनूप चौबे, दिनेश बाथम, बृजेश गुप्ता,सनी शर्मा, श्याम कौशल, अनिल कुमार, रिंकू कौशल अमित गुप्ता आदि शामिल थे।