नगर व आसपास क्षेत्र में बंदर ही बन्दर, कई लोग हो चुके हैं घायल और कई मौते
ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान
कायमगंज/फर्रुखाबाद
कायमगंज नगर व आसपास के क्षेत्र में बंदरों की भरमार हो चुकी है। इनके काटने से कई लोग घायल व कई मौतें भी हो चुकी हैं। जबकि भारतीय किसान यूनियन के कई संगठन इनको पकड़वाने की मांग कर चुके हैं। लेकिन शासन व प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। मोहल्ले में छोटे-छोटे बच्चों के लिए खतरा ही बढ़ता जा रहा है। बच्चों के परिजन बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने देते अब बच्चे खेलने कहां जाएं। लोगों का कहना है कि ऐसे बंदर हैं अगर उन्हें भगाने जाओ तो वह भागते नहीं और हमला करके काट लेते हैं। आम जनमानस बहुत परेशान है। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि एक बार जब बंदर शहरी इलाकों में अपना ठिकाना बना लेते हैं। तो भोजन और जगह के लिए प्रतिस्पर्धा के कारण उनका आक्रामक व्यवहार बढ़ने की संभावना होती है। वही बंदरों द्वारा नुकसान पहुंचाई गई फसले गंभीर चिंता का विषय है। बंदरों को कई तरह के खाद्य पदार्थ पसंद होते हैं जिसमे जड़े,टहनियां, पत्तियां फल यहां तक की घास भी शामिल है। विद्रोही बंदरों की विशाल सेना के कारण कृषि भूमि का बड़ा हिस्सा बंजर हो गया है। वही आम जनमानस का कहना है कि बंदरों को पकड़वाकर कहीं दूर जंगल में छुड़वाया जाए। जिससे हमारे बच्चे बंदरों के भय से दूर हो जाएं।
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