रिपोर्ट विरेंद्र तोमर /

बागपत /बडौत /बिनौली। कस्बे में चल रहे दशलक्षण महापर्व का रंग शनिवार की संध्या को देखते ही बन पड़ा। बड़ा जैन मंदिर और पुराना दिगंबर जैन मंदिर मे बच्चों की शानदार प्रस्तुतियों से गूंज उठे। मंच पर कभी भगवान की वेशभूषा में सजे नन्हें कलाकारों ने सभी का दिल जीता तो कहीं संस्कृत श्लोक और भक्ति गीतों ने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।पुराना दिगंबर जैन मंदिर में पंडित (शास्त्री) राहुल इंदौर वालों के निर्देशन में बच्चों ने भगवान की झांकी जैसी जीवंत प्रस्तुति दी। भगवान की वेशभूषा धारण किए नन्हें कलाकारों ने अभिनय से ऐसा समां बांधा कि तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा प्रांगण गूंज उठा। इस दौरान पंडित राहुल ने मंच से “जियो और जीने दो” व “अहिंसा परमो धर्म” जैसे जैन धर्म के मूल सिद्धांतों को समझाते हुए लोगों को धर्म के प्रति जागरूक किया। वहीं, बड़ा जैन मंदिर में पंडित (शास्त्री) नितिन के मार्गदर्शन में बच्चों ने संस्कृत श्लोकों व नृत्य-गीत की मनमोहक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को यादगार बना दिया। बच्चों के जोश और भक्ति भाव को देख श्रद्धालु भी मंत्रमुग्ध हो उठे।
इस मौके पर पुराना दिगंबर जैन मंदिर कमेटी के अध्यक्ष आशीष जैन, अनुभव जैन, बडा दिगंबर जैन मंदिर कमेटी के अध्यक्ष पीयूष जैन कोषाध्यक्ष प्रंशात जैन संयम जैन, नीरज जैन समेत बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद रहे। सभी ने दशलक्षण महापर्व की महत्ता को आत्मसात करते हुए भक्ति रस का आनंद लिया।
बच्चों की उमंग और आस्था ने दशलक्षण महापर्व की संध्या को खास बना दिया, जहां धर्म और संस्कृति दोनों का संगम देखने को मिला।

By jamal

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