राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 106823 वादों का हुआ निस्तारण
रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल।
फिरोजाबाद। शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन केंद्रीय सभागार में किया गया। जिसका शुभारंभ हाईकोर्ट प्रयागराज के न्यायाधीश ने करते हुए कहा कि लोक अदालत न्यायिक प्रक्रिया को सुगम व सरल बनाती हैं। इसका लाभ प्रत्येक वर्ग के लोगों को मिलता है।
केंद्रीय सभागार में शनिवार को लगी राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ उच्च न्यायालय प्रयागराज के न्यायाधीश डा. गौतम चैधरी, जिला जज हरवीर सिंह, एसएसपी सौरभ दीक्षित, सीडीओ शत्रोहन वैश्य ने संयुक्त रूप से किया। मुख्य अतिथि डा. गौतम चैधरी ने कहा कि लोक अदालत का उद्देश्य आम जनता के लिये न्यायिक प्रक्रिया को सुगम व सरल एवं शीघ्र न्याय दिये जाने व अधिक से अधिक वादों को निस्तारण किये जाने के लिये समय-समय पर न्यायालय के निर्देशानुसार किया जाता है। लोक अदालत में बैंक, पुलिस, बिजली, राजस्व, परिवहन सहित विभिन्न विभागों के मामले निपटाए जाते हैं। इसका लाभ आम लोगों को मिलता है। न्याय के लिए लोगों को दर-दर की ठोकरें न खानी पड़े। इसलिए न्याय प्रक्रिया को सरल व सुगम बनाने के लिए एक ही छत के नीचे लोक अदालत लगाई जाती है। जिसमें पीड़ित अपने वादों का त्वरित निस्तारण कराते हैं। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 106823 वादों का निस्तारण किया। जिसमें अर्थदण्ड व समझौता राशि के रूप में 266800104 रू. बसूल किये गये। इस दौरान प्राधिकरण के सचिव व अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीयूष सिद्धार्थ के अलावा जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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