ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
साहित्यिक संस्था अंजुमन फरोगे अदब ने नगर के अशोक पुरम में उर्दू के प्रसिद्ध शायर रघुपति सहाय फिराक गोरखपुरी की जयंती पर गोष्ठी आयोजित की। संस्थाध्यक्ष प्रो. रामबाबू मिश्र रत्नेश ने कहा कि फिराक ने उर्दू शायरी को भारतीय रंग में ढाला और गंगा-जमुना की संस्कृति को नूतन प्रतीकों के माध्यम से प्रस्तुत किया। गीतकार पवन बाथम ने उनके व्यक्तित्व और काव्य की विशेषताओं को याद किया। गोष्ठी में शायर बाहार, छात्र कवि यशवर्धन, अनुपम मिश्रा, वीएस तिवारी, शिवकुमार दुबे और डॉ. सुनीत सिद्धार्थ ने काव्य पाठ किया। पूर्व प्रधानाचार्य अहिवरन सिंह गौर और प्रधानाचार्य शिवकांत शुक्ला ने कहा कि गांधी युग की छाप होने के बावजूद फिराक की शायरी हमेशा श्रेष्ठ रही।