एनसीएल के सभी परियोजनाओं के आउटसोर्सिंग कंपनीयों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर।

मनोज कुमार सोनी ब्यूरो रिपोर्ट।
सोनभद्र,शक्तिनगर क्षेत्र के एनसीएल खड़िया बीना कृष्णशिला परियोजनाओं में जब कोई आउटसोर्सिंग कंपनी आता है तो क्षेत्र में एक खुशी का माहौल देखने को मिलता है। लेकिन कथा कथित दलालों द्वारा एवं कुछ अधिकारियों की मिली भगत से विस्थापितों एवं प्रभावितों को एनआईटी के समझौते को दरकिनार करके अपने मनमानी तरीके से नौकरी बेचने का कार्य कथा कथित लोगों द्वारा किया जाता है। जिससे स्थानीय विस्थापित प्रभावित लोगों का शोषण करने में कतई नहीं पीछे होते हैं।नौकरी को 2 से 3 लाख रुपए में बेचने का खेल दलालों के कुछ गुर्गों द्वारा बेचा जाता है।ऐसा मामला आए दिन सिंगरौली सोनभद्र जिले में एनसीएल परियोजनाओं के आउटसोर्सिंग कंपनीयों में देखने को मिलता है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एनसीएल बीना परियोजना में आई हुई कंपनी चेन्नई राधा द्वारा कैंप के अंदर लगभग 100 मजदूरों को बाहर से बुलाकर बगैर B.फॉर्म भरें ही लगभग 15 हजार रुपए सैलरी देकर 12 घंटे ड्यूटी कराकर उनका शोषण कर रही है।यह कोई नया मामला नहीं है। ऐसा ही मामला एनसीएल के बीना में KNI व स्वामीनारायण कंपनी भी कर रही थी खबर प्रशासन भी किया गया लेकिन उन कंपनियों के खिलाफ एनसीएल के आला अधिकारीयों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया गया।नाहीं शासन प्रशासन के कोई उच्च अधिकारीयों द्वारा मामले को संज्ञान में लिया गया। लगातार मजदूरों का शोषण हो रहा है।अब देखना यह है कि सोनभद्र के नए पुलिस अधीक्षक को आने से स्थानीय बेरोजगारों में एक आशा जगी है क्या नए पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच कर मजदूरों का शोषण होने से बचाया जाता है या लीपापोती किया जाता है। जब इस विषय पर एनसीएल PRO से बात हुआ तो उन्होंने कहा कि मैं प्रबंधन से वार्ता करके मामले को जांच करवाता हूं।