अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप करने वाला है बड़ा धमका , दोस्त हो या दुश्मन, टैरिफ से समझौता नही
वरिष्ठ पत्रकार सैयद उवैस अली लखनऊ/

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कुछ बड़ा करने वाले हैं । इस बात की जानकारी उन्होंने खुद दे दी है । डोनाल्ड ट्रंप ने कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा है कि जवाबी शुल्क जल्द ही लगने वाले हैं। ट्रंप ने आगे ये भी कहा कि ये शुल्क (टैरिफ) अमेरिका को फिर से अमीर और महान बनाने के लिए हैं। ट्रंप ने कहा कि ये जल्दी होगा। इससे थोड़ी अशांति होगी लेकिन हमें इससे कोई दिक्कत नही है। राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका के स्वर्ण युग का जिक्र करते हुए कहा, छह हफ्ते पहले, मैंने इस कैपिटल के गुंबद के नीचे खड़े होकर कहा था कि अमेरिका का सुनहरा दौर शुरू हो रहा है। तब से लेकर अब तक, हमने तीव्र गति से बिना रुके काम किया है, ताकि देश के इतिहास का सबसे कामयाब और शानदार दौर लाया जा सके। पिछले 43 दिनों में जो हमने काम किया है, वह कई सरकारें कई साल में नहीं कर पाईं। अमेरिका वापस आ गया है। यह तो बस शुरुआत है।
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि 2 अप्रैल से जो देश जितना टैरिफ लगाएगा, हम उनपर उतना ही टैक्स लगाएंगे । उन्होंने कहा, मैं चाहता था 1 अप्रैल से टैरिफ लगाऊं, लेकिन एक अप्रैल से नहीं करूंगा, क्योंकि 1 अप्रैल फूल डे है । जी हां, 1 अप्रैल को पूरी दुनिया फूल डे मनाती है । कहीं दुनिया को यह न लगे कि डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ वाला फूल बना रहे हैं। इसलिए उन्होंने 1 अप्रैल के बदले 2 अप्रैल से टैरिफ लगाने का फैसला किया । उन्होंने अपने संबोधन में भारत, चीन, कनाडा और मैक्सिकों का नाम तक लिया। ट्रंप ने इस बार 1 घंटा 40 मिनट तक भाषण दिया है, उनकी तरफ से कई मुद्दों पर विस्तार से बात की गई। रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र रहा, ग्रीनलैंड पर कब्जे का सपना दिखाया गया और भारत-चीन जैसे देशों को टैरिफ चेतावनी भी दी गई।
ट्रंप के संबोधन की बड़ी बातें
ट्रंप बोले बाइडेन अमेरिकी इतिहास में सबसे खराब राष्ट्रपति
ट्रंप ने बाइडेन को अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति बताया है। उन्होंने कहा है कि मैंने दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी का ऐलान किया और अमेरिकी सेना व बॉर्डर पेट्रोल को तैनात किया, ताकि हमारे देश पर हो रहे आक्रमण को रोका जा सके। जो बाइडेन अमेरिकी इतिहास के सबसे खराब राष्ट्रपति रहे। उनके कार्यकाल में हर महीने लाखों की संख्या में अवैध लोग अमेरिका में दाखिल हुए। उन्होंने डेमोक्रेटिक सांसदों की ओर देखते हुए कहा, मैं जानता हूं कि मैं यहां कुछ भी कह दूं, इससे न तो ये खुश होंगे, न खड़े होंगे, न मुस्कुराएंगे और न ही तालियां बजाएंगे।
अंग्रेजी को अमेरिका की आधिकारिक भाषा का किया ऐलान
उन्होंने अंग्रेजी को अमेरिका की आधिकारिक भाषा का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा हमने सरकारी सेंसरशिप पूरी तरह रोक दी है और अमेरिका में फ्री स्पीच वापस ले आए हैं। मैंने एक आदेश पर साइन कर अंग्रेजी को अमेरिका की आधिकारिक भाषा घोषित किया और गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम बदलकर ‘गल्फ ऑफ अमेरिका’ रख दिया है।
डब्ल्यूएचओ को भ्रष्ट और संयुक्त राष्ट्र ह्यूमन राइट्स कमीशन को अमेरिका विरोधी बताया
उन्होंने डब्ल्यूएचओ को भ्रष्ट और संयुक्त राष्ट्र ह्यूमन राइट्स कमीशन को अमेरिका विरोधी बताया। उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा, मैंने पद संभालते ही सभी फेडरल भर्तियों, नई फेडरल नीतियों और विदेशी सहायता पर तुरंत रोक लगा दी। मैंने बेवकूफी भरा ग्रीन न्यू स्कैम को खत्म कर दिया और अमेरिका को ‘बेकार’ पेरिस जलवायु समझौते, ‘भ्रष्ट’ विश्व स्वास्थ्य संगठन और ‘अमेरिका विरोधी’ यूएन ह्यूमन राइट्स कमीशन से बाहर निकाल दिया।
बाइडेन की पर्यावरण नीतियों को खत्म करने की बात कही
उन्होंने कहा मैंने जो बाइडेन की पर्यावरण नीतियों को खत्म कर दिया, जो देश की सुरक्षा कम कर रही थीं और महंगाई बढ़ा रही थीं। सबसे अहम बात, हमने पिछली सरकार के ‘पागल’ इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) नियम को खत्म कर दिया, जिससे हमारे ऑटो वर्कर्स और कंपनियों को आर्थिक तबाही से बचा लिया।
अमेरिका में फ्री स्पीच वापस लाने का भी किया दावा
ट्रंप ने अमेरिका में फ्री स्पीच वापस लाने का भी दावा किया। उन्होंने कहा हमने ऐसे सरकारी तंत्र को खत्म कर दिया है, जिसका इस्तेमाल हथियार के तौर पर किया जाता है, जिसके जरिए मौजूदा राष्ट्रपति को मेरे जैसे राजनीतिक विरोधी के खिलाफ बेरहमी से मुकदमा चलाने की इजाजत दी जाती है।
अमेरिका में फ्री स्पीच वापस लाने का भी किया दावा
ट्रंप ने अमेरिका में फ्री स्पीच वापस लाने का भी दावा किया। उन्होंने कहा, हमने ऐसे सरकारी तंत्र को खत्म कर दिया है, जिसका इस्तेमाल हथियार के तौर पर किया जाता है, जिसके जरिए मौजूदा राष्ट्रपति को मेरे जैसे राजनीतिक विरोधी के खिलाफ बेरहमी से मुकदमा चलाने की इजाजत दी जाती है ।
इक्विटी और इन्क्लूजन को खत्म करने का किया ऐलान
उन्होंने डायवर्सिटी, इक्विटी और इन्क्लूजन को खत्म करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि मैंने फेडरल सरकार, प्राइवेट सेक्टर और अमेरिकी सेना में लागू ‘डायवर्सिटी, इक्विटी और इन्क्लूजन’ (डीईआई) नीतियों को खत्म कर दिया। अब हमारा देश वोक नहीं रहेगा।
100 एग्जिक्यूटिव ऑर्डर्स का भी किया जिक्र
ट्रंप ने 100 एग्जिक्यूटिव ऑर्डर्स का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा मैंने अब तक लगभग 100 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर्स पर साइन किए हैं और छह हफ्ते पहले पद संभालने के बाद 400 से ज्यादा कार्यकारी कदम उठाए हैं। उनके मुताबिक जॉर्ज वाशिंगटन का कार्यकाल ‘नंबर दो’ था, जबकि उनका सबसे ऊपर है।
बाइडेन प्रशासन को आर्थिक तबाही के लिए ठहराया जिम्मेदार
उन्होंने बाइडेन प्रशासन को आर्थिक तबाही के लिए जिम्मेदार ठहराया। ट्रंप ने कहा, मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक अमेरिकी इकोनॉमी को बचाना और वर्किंग फैमिलीज को तुरंत और बड़ी राहत देना है। बाइडेन प्रशासन से हमें आर्थिक तबाही और महंगाई का बुरा सपना विरासत में मिला है। बाइडेन की नीतियों ने एनर्जी की कीमतें बढ़ा दीं, किराने का सामान महंगा कर दिया और लाखों अमेरिकियों के लिए बुनियादी जरूरतों को पहुंच से बाहर कर दिया। राष्ट्रपति के रूप में, मैं हर दिन इस नुकसान को ठीक करने और अमेरिका को फिर से किफायती बनाने के लिए लड़ रहा हूं।
पाकिस्तान का शुक्रिया अदा किया
राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान का भी शुक्रिया अदा किया। असल में 2021 में अफगानिस्तान के काबुल में सुसाइड बॉम्बिंग हुई थी, उसमें 13 अमेरिकी जवान मारे गए थे। राष्ट्रपति ट्रंप के मुताबिक उस हमले के मास्टरमाइंड को पकड़ने में पाकिस्तान ने एक बड़ी भूमिका निभाई थी, ऐसे में उनकी तरफ से शुक्रिया अदा किया गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या बोले ट्रंप
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप
रूस-यूक्रेन युद्ध पर राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी नीति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा कि रूस युद्ध खत्म करना चाहता है, अमेरिका को वहां से काफी मजबूत सिग्नल मिले हैं। उन्के मुताबिक जेलेंस्की ने भी बातचीत की टेबल पर आने की बात कर दी है। राष्ट्रपति ट्रंप चाहते हैं कि अब इस युद्ध को जल्द से जल्द खत्म किया जाए।
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