रिपोर्ट सुदेश वर्मा

बागपत/ बडौत/बिनौली के बरनावा लाक्षागृह आश्रम में मंगलवार को राष्ट्र आयोजन हुआ। गुरुकुल के आचार्य विजय कुमार भाईजी ने वेदोपदेश देते हुए कहा गाय, गंगा व गायत्री तीनों का अंगीकरण करना जरूरी है, तभी हमारे वैदिक धर्म की रक्षा होगी तथा तभी यह जीवन सार्थकता की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने याज्ञिक जीवन को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि संसार में जितनी भी समस्याएं हैं उन सभी समस्याओं का समाधान केवल यज्ञ है। इस अवसर पर लालाकिशन चंद आर्य न्यास दिल्ली द्वारा उन्हे बृहस्पति अवार्ड से सम्मानित किए जाने पर विद्वानों व श्रद्धालुओं ने अभिनंदन किया। यज्ञ के ब्रह्म आचार्य विजयपाल, आर्य गुरुकुल कालवा हरियाणा से आए आचार्य कर्मवीर सिंह, स्वामी इंद्रमणि, आचार्य विक्रम सिंह आर्य, स्वामी ग्रीश मुनि, स्वामी आत्मानंद आदि विद्वानों ने भी वेदोपदेश दिया। रामपाल नागर व संजय शर्मा यज्ञमान रहे। स्वामी सत्यदेव आर्य, रामबीर सिंह, पूर्व प्रधान विष्णु, उत्तर त्यागी, चौ इकबाल सिंह, देवेंद्र राणा, ओमी भगत, सुभाष त्यागी, अर्जुन सिंह आदि मौजूद रहे।