भूमिधरी अधिकार वापिस मिलने तक जारी रहेगा संघर्ष
पाँच वर्ष बीते नहीं सुलझा 5838 एकड़ भूमि का मामला

ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरो चीफ: आमिर हुसैन
उत्तराखंड
बाजपुर/ उधमसिंह नगर: विधानसभा क्षेत्र के 20 गाँव की 5838 एकड़ भूमि का जिन बोतल से बाहर निकाल। 20 गांव की भूमि के छीने गए भूमिधरी अधिकारों एवं भूमिधरी अधिकारों को लेकर संघर्ष करते हुए भूमि बचाओ मुहिम को पाँच वर्ष पूरे हो गये हैं। लेकिन राज्य सरकार कुंभकर्णी नींद में सोई है। सरकार द्वारा छीने गए भूमिधरी अधिकारों को आश्वासनों के बावजूद भी वापस नहीं दिया गया है। भूमिधरी अधिकारों को लेकर 18 महीने तक लगातार तहसील परिसर में धरना भी दिया गया।जिसे तीन महीने के आश्वासन पर स्थगित किया गया था। आश्वासन को भी आगामी 17 जून को पांच माह पूरे होने जा रहे हैं।लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है। सरकार को वादा याद दिलाने के लिए भूमि बचाओ मुहिम से जुड़े लोगों ने तहसील परिसर में दो घंटे का सांकेतिक उपवास किया। भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा ने कहा सरकार तराई की किसानी को बर्बाद कर जमीनें हड़पना चाहती है।जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। आगामी दिनों में बाजपुर के लोगों के साथ विचार विमर्श के बाद आंदोलन की आगामी रणनीति तय की जाएगी। जब तक बाजपुर के हजारों परिवारों के अधिकार वापस नहीं मिल जाते तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर सुनीता टम्टा बाजवा, दर्शन गोयल, सतनाम रंधावा, राजेन्द्र बेदी, इन्द्रजीत सिंह ‘बंटी’, एन.बी.भट्ट, बल्ली सिंह चीमा, स. नत्था सिंह धवन,खेम सिंह राणा, सतपाल बाजवा,सुनील पाठक,दीनदयाल दिलेर सिंह रंधावा, आदि मौजूद थे।