ईस्ट इंडिया टाइम्स
रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर/

बागपत/बड़ौत/बिनौली / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को राज्य स्तरीय चार सदस्यीय टीम ने औचक निरीक्षण किया। नवजात शिशु देखभाल इकाई (NBSU) के पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत किया गया, टीम ने अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं, सफाई व्यवस्था और आधुनिक उपकरणों की स्थिति का गहन परीक्षण किया।
लखनऊ से आई टीम में सचिन कोठारी (उप निदेशक, यूपीटीएसयू), संतोष सिंह (विशेषज्ञ), डॉ. ईशा सांगवान (यूपीटीएसयू) और पुखराज थापर (यूपीटीएसयू) शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान टीम ने लेबर रूम, ऑपरेशन थिएटर, पैथोलॉजी लैब, एनबीएसयू यूनिट, टीकाकरण कक्ष सहित प्रमुख इकाइयों का अवलोकन किया।टीम ने स्वास्थ्यकर्मियों की कार्यप्रणाली और मरीजों से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। मरीजों से संवाद कर उनकी प्रतिक्रिया भी जानी गई।चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमित गुप्ता ने बताया कि एनबीएसयू में नवजात शिशुओं की बेहतर देखभाल हेतु रेडिएंट वार्मर, फोटोथेरेपी मशीन, म्यूकस एक्सट्रैक्टर और अंबू बैग जैसे उपकरण लगाए गए हैं, जो नवजातों की स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के इलाज में सहायक हैं।
उन्होंने बताया कि NBSU यूनिट को 24 घंटे संचालन के लिए कम से कम तीन स्टाफ नर्स और एक केयरटेकर की आवश्यकता होती है, जिसके लिए जिला स्तर पर मांग भेज दी गई है। टीम ने स्टाफ की ट्रेनिंग और संसाधनों की उपलब्धता को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
गौरतलब है कि पूरे उत्तर प्रदेश में केवल दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को NBSU के पायलट प्रोजेक्ट के लिए चयनित किया गया है, जिनमें एक बिनौली है। राज्य स्तरीय टीम ने केंद्र की व्यवस्था को संतोषजनक बताते हुए चिकित्सा अधीक्षक और उनकी टीम के प्रयासों की प्रशंसा की। इस अवसर पर NBSU नोडल अधिकारी डॉ. आकाश चौधरी, सहायक शोध अधिकारी सोमेश कुमार, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक प्रवीण कुमार, स्टाफ नर्स श्रीमती सोनिया पाल, श्रीमती ललिता, कु. आस्था तथा फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार सहित अन्य चिकित्सा स्टाफ मौजूद रहा।

By jamal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *