रिपोर्ट वीरेंद्र तोमर बागपत

बागपत/, मेरठ मंडल के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) कलानिधि नैथानी ने गुरुवार को रिजर्व पुलिस लाइन का निरीक्षण किया।प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे रिक्रूट आरक्षियों के लिए नवनिर्मित अतिरिक्त क्लासरूम, कंप्यूटर कक्ष और पुस्तकालय का मुआयना किया। भोजनालय जाकर भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई की व्यवस्था भी देखी।
डीआईजी ने आरक्षियों के साथ भोजन कर प्रशिक्षण व्यवस्था और पुलिसिंग के विभिन्न पहलुओं पर बातचीत की। पुलिस विभाग एक परिवार की तरह है, जिसमें सभी को एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ खड़ा रहना चाहिए। आरक्षियों को प्रशिक्षण के दौरान थानों का भ्रमण कराने और थाना प्रबंधन की जानकारी देने के भी निर्देश दिए।
डीआईजी ने प्रशिक्षुओं से संवाद किया और बेहतर जानकारी रखने वाले तीन रिक्रूट आरक्षी अभिषेक मिश्रा, गौरव यादव और शिवम राठौर को पुरस्कृत भी किया।पुलिस सेवा में जनता की मदद करने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के कई अवसर मिलते हैं। डीआईजी ने पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार राय के साथ पुलिस लाइन में वृक्षारोपण भी किया।
आरटीसी निरीक्षण के उपरांत डीआईजी ने राजपत्रित अधिकारियों और विभिन्न शाखाओं के प्रभारियों—स्वाट, सर्विलांस, डीसीआरबी, फील्ड यूनिट, साइबर सेल, एएचटीयू आदि—के साथ गोष्ठी की। अपराध नियंत्रण और विवेचना की गुणवत्ता सुधार को लेकर कई अहम दिशा-निर्देश दिए। स्वाट टीम को गैंगवार और अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई करने, एएचटीयू को NGO से समन्वय बनाकर गुमशुदा बच्चों की तलाश कराने और साइबर सेल को तकनीकी ज्ञान को मजबूत बनाने पर जोर दिया। धोखाधड़ी के मामलों में पीड़ितों की राशि वापस दिलाने का प्रयास करने और सात साल से अधिक सजा वाले मामलों में फील्ड यूनिट टीम को अनिवार्य रूप से घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए।
डीआईजी ने विवेचनाओं की छह माह की समीक्षा में नगर सर्किल की स्थिति असंतोषजनक पाए जाने पर सुधार करने को कहा। क्षेत्राधिकारी विवेचनाओं की समीक्षा करें और विधिक निस्तारण सुनिश्चित कराएं।पुरस्कार घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित करने के आदेश भी दिए। डीआईजी ने एसपी द्वारा किए गए बेहतरीन प्रयासों की सराहना की।