रिपोर्ट संजीव कुमार सक्सेना।

फर्रुखाबाद।
श्री विश्वनाथ सामाजिक सेवा संस्थान संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से काकोरी ट्रेन एक्शन नाट्य समारोह के अन्तर्गत साहित्यक, सांस्कृतिक संस्था अभिव्यंजना के सहयोग से काव्य समारोह का आयोजन एनएकेपी डिग्री कॉलेज में हुआ। जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कवि डा शिवओम अम्बर ने की एवं संयोजन व संचालन वरिष्ठ कवि महेश पाल सिंह उपकारी द्वारा किया गया। संस्था की छात्राओ द्वारा सरस्वती वंदना एवं महीयसी महादेवी वर्मा की कृति “मैं नीर भरी दुःख की बदरी” का संगीत मय गायन कर शुभारंभ किया गया। कवि वैभव सोमवंशी ने पंक्तियां पड़ी “राम हमारी सुबह हमारी शाम है।राम रात दिन राम ही आठो धाम है।रमे हुए जो रक्त धमनियों में मेंरी, मेरे राघव तुमको कोटि प्रणाम है।ओज के सशक्त हस्ताक्षर डा० सन्तोंष पाण्डेय ने समय शिला पर राष्ट्रभक्ति की अदभुत निशानी छोड़ करके तांडव नृत्य हो गया,वो शंकर बलिदानी की पंक्तियां पढ़कर मंत्रमुग्ध किया श्रंगार रस की कवियत्री डा०गरिमा पाण्डेय लेखनी ने पंक्तियांपढी “टिमटिमाती हुई लौ मैं हूं मगर बुझूंगी नहीं” बेवजह कोई झुकाए तो में झुकुगी नहीं। संचालन महेश पाल सिंह उपकारी ने समय के महत्व को बताते हुए पंक्तियां पढीकि”कि जीवन का कोई क्षण मित्रों व्यर्थ नहीं बर्बाद करो ,चोबीस घंटे में कुछ पल याद करो दुनिया दारी के चक्कर में बिता दिया जीवन सारा, अब तो अंतिम तैयारी है अब तो प्रभु को याद करो।कवियत्री प्रीती तिवारी ने ” जिनकी आंखो का तारा वतन है मेरा,सिर नवाने को उनका मन है। मेरा सिर नवाने का उनको मन है। मेरा,खुद फना होके इज्जत रखी
देश के उन शहीदों को शत शत् नमन है मेरा। कार्यक्रम अध्यक्ष डा० शिवओम अम्बर ने छात्रा/छात्राओ को शुभकामनाएं देते हुए पंक्तियां पढी “मंगला गायत्रीयो की साधना है।अक्षरों में सन्निहित शुभकामना है। राष्ट् के अर्च भवन की आरती है। बंधुओ हिंदी ही भारत भारती है।इस अवसर पर अनुराग अग्रवाल, डाक्टर संदीप चतुर्वेदी, सुरेन्द्र पाण्डेय, अनिल मिश्रा, श्रुति गुप्ता, अनिल सिंह, डाक्टर प्रभात, विजय, सुबोध शुक्ला, अखिलेश पाण्डेय, डाक्टर सरमेनदर शुक्ला, विनीता चतुर्वेदी, अंजू पाण्डेय ,अनुभव कुलभूषण, सहित एक सैकड़ा से अधिक छात्र उपस्थित रहे।