रिपोर्ट संजीव कुमार सक्सेना।

फर्रुखाबाद।
बरसात के बाद बीमारियों से जानवरों के मरने का सिलसिला शुरु होने के बावजूद पशुधन विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है। गांव में खुरपका, मुंहपका के अलावा भी लम्बी बीमारी के प्रकोप से जानवर मर रहे हैं। ब्लाक बढ़पुर के ग्राम चांदपुर में विजेन्द्र कटियार, राजन कटियार उर्फ बुलबुल एवं सुमित कटियार की महंगी गाय दम तोड चुकी है। विजेन्द्र कटियार ने बताया कि गांव में करीब एक पखवाड़े से बीमारी फैली हुई है इस साल लंपी वायरस बीमारी का टीकाकरण नहीं किया गया है। जिसके कारण जानवरों के मरने का सिलसिला शुरु हो गया है। उन्होंने बताया कि लम्पी बीमारी से खासकर गाय के शरीर में गांठें पड़ जाती है और जानवर तड़प तड़प कर मर जाते हैं। बताया गया है की ग्राम कीरतपुर में रामसिंह कटियार की गाय की मौत हो चुकी है। कई जानवर बीमारी से पीड़ित हैं। गांव के अवधेश तिवारी,अहिबरन सिंह, आदि के भी जानवर बीमार बताये गए हैं। इस संबंध में जब जिला पशुधन अधिकारी डाक्टर धीरज कुमार से सम्पर्क किया गया तो उनका मोबाइल फोन बंद था। ब्लाक बढ़पुर के पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर मनोज शर्मा ने बताया कि सितंबर माह में अधिक बर्षा होने से नमी के कारण जानवरों में यह बीमारिया पनपती है। वैक्सीन ना मिलने के कारण लम्पी बीमारी का टीकाकरण नहीं हो सका। पूर्व में लम्पी बायरस के 5 हजार डोज लगवायें गये थे जबकि खुरपका व मुंहपका के 51 हजार डोज लगवायें गये है। लम्पी बायरस के डोज मिलते ही लगवायें जायेंगे। उन्होंने बताया कि ग्रामीण 1962 नंबर पर शिकायत दर्ज कराकर मोबाइल एम्बुलेंस के द्वारा डाक्टर की टीम का लाभ उठा सकते हैं। भाजपा नेता अशोक कटियार ने जिला प्रशासन से जानवरों की मौते रोकने के लिए प्रभावी ढंग से सभी बीमारियों का टीकाकरण कराए जाने की मांग की गई।