×

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 30 अप्रैल सेगढ़वाल कमिश्नर ने कार्य पूरा करने के दिए निर्देश

ईस्ट इंडिया टाइम्स फैयाज अहमद/

रुद्रपुर/ उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होनी है, पर इस बार पहले माह में वीआईपी दर्शन पर पूरी तरह रोक रहेगी। हालांकि वीआईपी चाहेंगे तो सामान्य यात्रियों की तरह दर्शन कर सकेंगे। गढ़वाल कमिश्नर ने 15 अप्रैल तक सभी कार्रदाई संस्थाओं को कार्य पूरे करने की डेडलाइन भी तय कर दी है। इसके साथ ही चारों धामों में क्षमता से अधिक तीर्थ यात्री पहुंचने से अव्यवस्था पैदा न हो, इसके लिए भी यात्री पड़ाव बनाने पर मंथन किया गया।
ऋषिकेश स्थित चार धाम यात्रा ट्रांजिट कैंप में हुई बैठक में कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने कहा कि पहली प्राथमिकता चार धाम यात्रा के सभी रूट पर सड़के सही करना है। इसके अलावा पानी, बिजली, शौचालय और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के साथ ही खच्चरों के लिए गर्म पेयजल समेत सभी व्यवस्थाएं किए जाने के निर्देश दिए गए। निर्णय लिया गया कि चार धाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अगले 7 दिनों में शुरू कर दिए जाएंगे।

हरिद्वार, ऋषिकेश, कीर्ति नगर, उत्तरकाशी, व्यासी, श्रीनगर, बड़कोट और विकास नगर में यात्री पड़ाव बनाए जाएंगे। इसके अलावा यात्रा के लिए मैन्युअल रजिस्ट्रेशन हरिद्वार, ऋषिकेश, विकास नगर, उत्तरकाशी श्रीनगर, बड़कोट, गुप्तकाशी में होंगे। चार धाम यात्रा में इस बार देश के दूसरे राज्यों से ऋषिकेश, हरिद्वार और अन्य जगह मैन्युअल रजिस्ट्रेशन से पहुंचने वाले यात्रियों को बड़ी राहत दी गई है।

गढ़वाल कमिश्नर ने यात्रा के लिए ऑनलाइन और मैनुअल रजिस्ट्रेशन का कोटा तय कर दिया है। यात्रा के कुल रजिस्ट्रेशन में से 60% ऑनलाइन होंगे जबकि 40% ऑफलाइन किए जाएंगे। काउंटरों की संख्या भी बढ़ाई गई है। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि इस बार यात्रा रूटों पर हर दस किलोमीटर के दायरे में पुलिस की पेट्रोलियम टीम बाइक से गस्त करेगी। यह टीम यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक और अन्य स्थितियों की रिपोर्ट संबंधित पुलिस चौकी-थाने के माध्यम से जिला मुख्यालय को देगी।

Previous post

भारतीय किसान यूनियन किसान संगठन के जिलाध्यक्ष ने छिबरामऊ में चौपाल लगाकर सुनी किसानों की समस्याएं

Next post

बहुजन मुक्ति पार्टी मथुरा के बैनर तले विद्युत समस्या के समाधान के लिए सौंपा ज्ञापन

Post Comment

You May Have Missed