पुलिस कर्मियों को इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (iRAD) ऐप / पोर्टल का दिया गया प्रशिक्षण
ईस्ट इंडिया टाइम्स एस पी कुशवाहा
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देवरिया/सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने व उनसे होने वाली मृत्यु दर पर प्रभावी रोकथाम के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आईआईटी मद्रास के सहयोग से एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (IRAD आई रेड ) मोबाइल एवं वेब एप्लीकेशन तैयार किया गया है। सड़क सुरक्षा से सम्बंधित यह भारत सरकार की एक महत्त्वपूर्ण परियोजना है। राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र, द्वारा इसका कार्यान्वयन जनपद में किया जा रहा है जिसमें आई रेड मोबाइल एप के जरिये दुर्घटना से संबन्धित आंकड़ों की विस्तृत जानकारी दर्ज होगी। 15 मार्च 2021 से यह परियोजना देवरिया सहित प्रदेश के समस्त 75 जिलों में सफलतापूर्वक लागू किया जा चुका है। आईआरएडी (IRAD) एप्लिकेशन के माध्यम से दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण आईआईटी मद्रास के द्वारा किया जाएगा, जिससे सुरक्षा इंतजाम होने से जनपद में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) सुनील कुमार सिंह के निर्देश में एनआईसी के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी कृष्णानन्द यादव के मार्गदर्शन में जिला रोल आउट मैनेजर सौरभ गुप्ता द्वारा पुलिस लाइन सभागार में कार्यशाला आयोजित कर जनपद के समस्त थानों से आए उप निरीक्षक गण एवं सीसीटीएनएस कर्मियों को इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (IRAD) ऐप / पोर्टल में जनपद में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की फीडिंग करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में यातायात कार्यालय से टीएसआई गुलाब सिंह एवं अनिल मद्धेशिया का भी अच्छा सहयोग रहा। जिले में इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस के नोडल यातायात पुलिस क्षेत्राधिकारी अंशुमान श्रीवास्तव हैं।
जनपद में वर्ष 2024 में सभी थानों द्वारा कुल 575 सड़क दुर्घटनाओं की फीडिंग IRAD ऐप में दर्ज की गई। इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस ऐप पोर्टल में पुलिस के साथ ही साथ जिन तीन विभागों को और जोड़ा गया है वो हैं उपसंभागीय परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग जिनका प्रशिक्षण पूर्व में हो चुका है।
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