ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार

ठठिया/कन्नौज/ समाजवादी चितक व पूर्व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री लोकबन्धु राजनारायण की 38 वीं पुण्यतिथि पर
जन स्वास्थ्य रक्षक मंच ने उनका भावपूर्ण स्मरण किया तथा उनके आदर्शो व सिद्धांतों का अनुसरण करने का संकल्प लिया। ठठिया के जैनपुर गाँव में जन स्वास्थ्य रक्षक मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम कार्यकर्ताओं ने लोकबंधु राजनारायण के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। जन स्वास्थ्य रक्षक मंच के कन्नौज जिलाध्यक्ष धनीराम कन्नौजिया ने कहा कि लोकबन्धु स्व. राजनारायण 69 साल की उम्र तक 80 बार जेल गए। और 17 साल तक जेल में रहें। जिसमें तीन साल आजादी से पहले और 14 साल आजादी के बाद। इतने साल तो गांधीजी ने भी जेल में नहीं बिताए होंगे। लोकबन्धु राजनारायण से लौह महिला इंदिरा गांधी बुरी तरह डर गईं थीं। इतनी आतंकित हो गईं कि इमरजेंसी लगा दी। लोकबन्धु राजनारायण ही ऐसी शख्सियत हैं। जिसके कारण केंद्र में गैरकांग्रेसी सरकारें बननीं शुरू हुई। डाक्टर अजहर खान ने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य योजना (आरएचएस) की घोषणा राज नारायण ने 20 अप्रैल, 1977 को जनता पार्टी की चुनावी प्रतिज्ञा को पूरा करने के लिए की थी कि यह मेडिकल, पैरा-मेडिकल के एक कैडर का आयोजन करके प्रत्येक नागरिक की पहुंच के भीतर सरल चिकित्सा सहायता लाने का प्रयास करेगी। और सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता जिनमें प्रशिक्षित चिकित्सक शामिल हैं। इस मिशन का मकसद, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ, सस्ती, और गुणवत्तापूर्ण बनाना था।
इस मिशन के तहत, ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों को मज़बूत किया गया और स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे में सुधार किया गया। इस मिशन के तहत, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कई काम किए गए। पर 2002 में इसे स्थगित कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश पर इस योजना को 2012 में फिर शुरू किया गया है। जन स्वास्थ्य रक्षक मंच ने सरकार से अनुरोध किया है कि ग्रामीण स्वास्थ्य योजना से काम लिया जाए। जन स्वास्थ्य रक्षकों की बहाली पर जन स्वास्थ्य रक्षक मंच ने बधाई दी। इस दौरान जन स्वास्थ्य रक्षक मंच के लक्ष्मण कुमार तिवारी, आशीष कुमार, मनीष कुमार, शिव कुमार, मैनुद्दीन, आरती राजपूत, तारिक खान, डा. सूरज प्रसाद, शरीफ खां मौजूद रहे।

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