तानाशाही रवैया लोकतंत्र की भावनाओं के विरुद्ध

सरकार का निर्णय स्वागत योग्य लेकिन विलंब से किसानों को हुआ आर्थिक नुकसान

ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरो चीफ: आमिर हुसैन

उत्तराखंड
बाजपुर/ उधमसिंह नगर: भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि जिस तरीके से धान लगाने की तैयारी कर रहे किसने किसानों की पौध को ट्रैक्टरों व मशीनों द्वारा नष्ट किया गया यह तानाशाही रवैया है।
शासन प्रशासन की ना समझी के चलते हजारों किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा भी जिन किसानों की फसल को नष्ट किया गया सरकार उन्हें यथाशीघ्र उचित मुआवजा प्रदान करें।
पहले प्रशासन द्वारा धान न लगाने का फरमान जारी किया गया और अब प्रदेश सरकार द्वारा धान लगाने की अनुमति देना सरकार व अधिकारियों के बीच सामंजस्य न होने का प्रमाण है।मुख्यमंत्री द्वारा बेमौसमी धान न लगाने के निर्णय को वापस लेना स्वागत योग्य है लेकिन यह निर्णय विलंब से लिया गया है।अभी तक बहुत से किसानों का बड़ा आर्थिक नुकसान हो चुका है प्रशासन ने भी बिना किसी नोटिस के किसानों की धान की फसलों को रौंधने का काम किया है।जबकि कोई भी निर्णय जब लिया जाता है उसके तात्कालिक प्रभावों का आकलन करके लिया जाता है लेकिन प्रशासन ने आनन फानन में निर्णय लिया जो किसानों मजदूरों के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हुआ है।

By hi

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *