रिपोर्ट आदिल अमान ईस्ट इंडिया टाइम्स
कायमगंज/कंपिल/फर्रुखाबाद
बीेत कई दिनों से नरौरा बैराज से छोड़ा गया पानी कंपिल, शमसाबाद में कहर बरपा रहा था। इससे गंगा के किनारे गांव के ग्रामीण परेशान हो गए थे। लेकिन अब बाढ़ का पानी कम होने लगा है। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
एसडीएम ने समैचीपुर चितार में जाजजा लिया और ग्रामणों से समस्याए पूछी। उन्होंने कहा जल्द क्षतिग्रस्त झोपड़ी व फसलों का मुआवजा दिया जाएगा।
क्षेत्र के गांव पथरामई, हमीरपुर मजरा जात, कारव, इकलहरा, सिंघनपुर, दया माखी पुंथर, शाहपुर गंगपुर, बिहारीपुर, आदि दर्जनों गाँवो मे बाढ़ का पानी भर गया था। जिससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही थी। जानवरो के लिए चारे की समस्या खडी हो गयी थी जिससे ग्रामीण चिंतित थे। बुधवार रात से गंगा का जल स्तर कम होने से घरो व खेतो मे भरा बाढ़ का पानी गंगा जी मे लौटने लगा। जिससे ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी छा गयी। एसडीएम रवींद्र सिंह ने राजस्व कर्मियों के साथ शमसाबाद क्षेत्र के समैचीपुर चितार ग्रामीण से समस्याए पूछी और उन्हे समाधान का आश्वासन दिया। एसडीएम ने क्षतिग्रस्त झोपड़ी और फसलों का भी जायजा लिया। उपजिलाधिकारी ने बताया बाढ़ग्रस्त समैचीपुर में 345 खाद्यान राशन किट का वितरण किया गया था। 19 क्षतिग्रस्त झोपड़ियाँ के भुगतान के लिए तहसील स्तर से कार्यवाही कर दी गई है। फसल क्षति का सर्वे के बाद भुगतान किया जाएगा।

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